Rampur Tiraha Case : रामपुर तिराहा कांड के आरोपियों ने कोर्ट में दाखिल की हाजिरी माफी, 31 तारीख को होगी सुनवाई 

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Rampur Tiraha Case : रामपुर तिराहा कांड के आरोपियों ने कोर्ट में दाखिल की हाजिरी माफी, 31 तारीख को होगी सुनवाई

Published By Anil Katariya

Rampur Tiraha Case : उत्तराखंड यानि अलग प्रदेश की मांग को लेकर हुए रामपुर तिराह कांड शायद कोई उत्तराखंड निवासी भूल पाए। एक अक्टूबर 1994 की रात में मुज़फ्फरनगर के रामपुर तिराहे पर आंदोलनकारियों पर न सिर्फ यूपी पुलिस ने गोलियां चलाई थी बल्कि महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें और अभद्रता भी की गई थी। जिसके चलते करीब 29 सालों से यह मामला अदालत में चला आ रहा है। उक्त मामले में शुक्रवार को आरोपियों ने हाजिरी माफ़ी प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया है। अगली सुनवाई के लिए 31 जनवरी की तिथि तय की गई है।

Rampur Tiraha Case

आपको बता दें कि एक अक्तूबर 1994 की रात उत्तराखंड की मांग के लिए आंदोलनकारी देहरादून से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। लेकिन रात के समय जैसे  गाड़ियां मुज़फ्फरनगर के रामपुर तिराहे पर पहुंची तो स्थानीय पुलिस ने उन्हें रोक लिया। आंदोलन कारियों ने दिल्ली जाने के लिए रास्ता खुलवाने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया था। देखझते ही देखते हंगामा इतना बढ़ गया कि मुज़फ्फरनगर पुलिस ने आंदोलन कारियों पर न सिर्फ लाठीचार्ज कर दिया बल्कि सीधी फायरिंग भी की गई। जिसमें सात आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी। रात के अँधेरे में आंदोलन कारियों ने खेतों में छिपकर जान बचानी पड़ी थी। Rampur Tiraha Case

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एक अक्टूबर की वह काली रात आंदोलन कारियों के लिए तत्कालीन मुलायम सरकार की ओर से आफत की रात बनकर आई थी। आंदोलन कारियों के सात आई महिलाओं के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा अभद्रता की गई थी। महिलाओं ने अपने बच्चों को लेकर गन्ने के खेतों में लेकर घुसना पड़ा था। जहां उनका पीछा कर उनके साथ हैवानियत की सारी हदें पार की गई थी। उस वक्त मुजफ्फरनगर के लोगों ने आंदोलनकारियों की मदद की थी। Rampur Tiraha Case
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रामपुर तिराहे पर उत्तराखंड आंदोलन कारियों पर हुई बर्बरता से जनपद मुज़फ्फरनगर ही नहीं बल्कि समूचा उत्तर प्रदेश शर्मसार हुआ था। उत्तराखंड की मांग के साथ रामपुर तिराह कांड के आरोपियों और तत्कालीन मुलायम सिंह सरकार के खिलाफ आंदोलन की चिंगारी ओर बढ़ गई थी। शायद यही वजह है कि 1995 में सीबीआई जांच के आदेश हुए थे। जिसके चलते प्रकरण की अदालत में सुनवाई चल रही है। सीबीआई बनाम एसपी मिश्रा की पत्रावली में शुक्रवार को सुनवाई होनी थी। उत्तराखंड संघर्ष समिति के समन्वयक अधिवक्ता अनुराग वर्मा ने बताया कि आरोपियों की ओर से अदालत में हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र दिया गया है। जिसके चलते अगली सुनवाई के लिए 31 जनवरी की तिथि तय की गई है। Rampur Tiraha Case
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