रांची : राजधानी रांची में भूकंप के झटके महसूस किए गए। घटना सुबह 6 बजे हुई। भूकंप का केंद्र बंगाल की खाड़ी बताया जा रहा है। हालांकि, इसकी तीव्रता का पता नहीं चल सका है। वहीं, इस भूकंप से जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। आपको बता दें कि सुबह बंगाल और ओडिशा में भूकंप के झटके देखे गए। इसकी तीव्रता 5.5 बताई जा रही है। इससे पहले दिल्ली में रात में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
इससे पहले 2 नवंबर को भी रांची में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस समय भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई थी। उस समय भूकंप का केंद्र सरायकेला खरसावां था। इसके बाद इसी महीने 4 फरवरी को रांची एयरपोर्ट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, CISF की सतर्कता के कारण किसी तरह की अफरातफरी नहीं मची। अलार्म बजते ही CISF के जवान सतर्क हो गए।
रांची में सुबह 6 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। यही घटना बंगाल और ओडिशा में भी देखने को मिली। हालांकि, जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
दरअसल भूकंप के पीछे की वजह समझने के लिए हमें धरती की संरचना को समझना होगा। धरती टेक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल लावा है जिस पर टेक्टोनिक प्लेट तैरती रहती हैं। कई बार ये प्लेट आपस में टकरा जाती हैं। ऐसे में कई बार प्लेटों के कोने मुड़ जाते हैं और अधिक दबाव पड़ने पर ये प्लेट टूटने लगती हैं। ऐसे में जब नीचे से आने वाली ऊर्जा को बाहर आने का कोई रास्ता नहीं मिलता तो डिस्टर्बेंस की स्थिति बनती है और भूकंप आता है।
भूकंप के दौरान क्या न करें?
भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे लिफ्ट फंस सकती है या गिर सकती है।
अगर आप घर के अंदर हैं, तो आपको दरवाज़ों या खिड़कियों से दूर रहना चाहिए और अपने सिर और गर्दन को हाथों से ढककर ज़मीन पर बैठना चाहिए।
भूकंप के दौरान बाहर न निकलें