अयोध्या : मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती पूरी हो गई है। पहले राउंड से ही भाजपा के चंद्रभान पासवान की बढ़त बरकरार रही। जो राउंड दर राउंड बढ़ती चली गई। आखिरी राउंड की गिनती के बाद चंद्रभान पासवान 61,710 वोटों की बढ़त के साथ विजयी घोषित किए गए। उन्हें कुल 1,46,397 वोट मिले। वहीं, सपा के फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद दूसरे स्थान पर रहे। उन्हें 84,687 वोट मिले। तीसरे स्थान पर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संतोष कुमार रहे, जिन्हें सिर्फ 5,459 वोट मिले। खास बात यह रही कि सपा के अजीत प्रसाद अपना बूथ भी नहीं बचा पाए, वहां से भी उनकी हार हुई।

मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत के लिए सीएम योगी ने पार्टी के सभी समर्पित पदाधिकारियों और कर्मठ कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई। सीएम योगी ने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘डबल इंजन वाली भाजपा सरकार’ की जनकल्याणकारी नीतियों और आम आदमी की सेवा, सुरक्षा और सुशासन में अटूट आस्था का प्रतीक है। विजयी प्रत्याशी चंद्रभान पासवान को बधाई और मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र की देवतुल्य जनता को हार्दिक बधाई, जिन्होंने उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा और सुशासन के लिए वोट दिया।
सीएम योगी ने कहा कि मिल्कीपुर उपचुनाव का परिणाम झूठ और लूट की राजनीति पर पूर्ण विराम का स्पष्ट संकेत है। मिल्कीपुर उपचुनाव में हार पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा वोट के आधार पर पीडीए की बढ़ती ताकत का सामना नहीं कर सकती, इसीलिए वह चुनावी प्रणाली का दुरुपयोग कर जीतने की कोशिश करती है। इस तरह की चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी की जरूरत होती है, वह 1 विधानसभा में तो किसी तरह संभव हो सकती है, लेकिन 403 विधानसभाओं में यह ‘चार सौ बीसी’ नहीं चलेगी।
यह बात भाजपा वाले भी जानते हैं, इसीलिए भाजपा वालों ने मिल्कीपुर उपचुनाव स्थगित कर दिया। पीडीए यानी 90% जनता ने इस धांधली को अपनी आंखों से देखा है। यह एक झूठी जीत है, जिसका जश्न भाजपा वाले आईने में देखकर कभी नहीं मना पाएंगे। उनका अपराध बोध और भविष्य की हार का डर उन्हें जगाए रखेगा। चुनावी धांधली का अपराध करने वाले अधिकारियों को देर-सवेर उनके लोकतांत्रिक अपराध की सजा मिलेगी। एक-एक करके सबकी सच्चाई सामने आएगी। न प्रकृति उन्हें छोड़ेगी, न कानून। भाजपा उनका इस्तेमाल करेगी और फिर उन्हें जाने देगी, वे उनकी ढाल नहीं बनेंगे। जब उनकी नौकरी और पेंशन चली जाएगी, तो वे अपने बच्चों, परिवार और समाज के बीच अपमान की जिंदगी की सजा अकेले ही भुगतेंगे।
नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया News 14 Today के Facebook पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें...