Naresh Tikait Appeared in Court : सहारनपुर की अदालत में पेश हुए BKU अध्यक्ष नरेश टिकैत, 14 साल पुराने मामले में मिली जमानत

BKU Naresh Tikait

सहारनपुर : शुक्रवार को सहारनपुर की सड़कों पर भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसानों का कब्जा रहा है। कई जिलों के पदाधिकारी और किसान यूनियन नेताओं का दिल्ली रोड़ पर जमावड़ा लगा रहा। क्योंकि 14 साल पुराने एक मामले में NBW वारंट जारी होने पर किसान यूनियन अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत अदालत में पेश होने सहारनपुर पहुंचे थे। जहां पेशी पर आये चौधरी नरेश टिकैत का पक्ष सुनने के बाद अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है। इस दौरान उनके साथ भारतीय किसान यूनियन के समस्त पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान नरेश टिकैत ने कहा कि यह सब सरकार की तानाशाही है लेकिन वे अदालत का सम्मान करते हैं।

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आपको बता दें कि 2010 में थाना सरसावा इलाके में भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के नेतृत्व में बिना अनुमति के न सिर्फ एक सम्मेलन किया गया था बल्कि अंबाला हाइवे पर जाम लगाया था। जिसके बाद थाना सरसावा में चौधरी नरेश टिकैत और कांग्रेस नेता इमरान मसूद समेत 24 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुरे मामले की सुनवाई करीब 14 साल तक MP/MLA अदालत में चलती रही। सुनवाई के बाद अदालत ने सहारनपुर पुलिस को भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। अदालत ने एसएसपी सहारनपुर को आदेशित किया था कि हर हाल में 24 मई को नरेश टिकैत को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जाए।

गौरतलब है कि इस मामले में इमरान मसूद और अन्य कई आरोपी अब तक जमानत करा चुके हैं। जबकि भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत अदालत में हाजिर नही हुए। नरेश टिकैत का कहना है कि 14 सालों में उन्हें एक भी शमन या अदालत का नोटिस नहीं मिला। उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि उनके खिलाफ 14 साल पहले थाना सरसावा में कोई मुकदमा दर्ज हुआ है। अगर उन्हें इस बात की जानकारी होती तो वे अदालत में पहली ही तारीख पर पेश हो जाते। उन्होंने भाजपा सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है। जिसके चलते 14 साल पुराने में उनके खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए हैं।

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दरअसल थाना सरसावा में 20 मई 2010 को बिना अनुमति सम्मेलन करने और राष्ट्रीय राजमार्ग जाम लगाने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में इमरान मसूद और अन्य कई आरोपी अब तक जमानत करा चुके हैं। जबकि भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत अदालत में हाजिर नही हुए। जिसके चलते अदालत ने गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए हैं। सरसावा में जाम लगाने और बिना अनुमति सम्मेलन के उक्त मामले में 14 साल बाद भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत शुक्रवार को अदालत में पेश हुए। उन्होंने अदालत में अपना पक्ष रखा। सुनवाई के बाद अदालत से उन्हें जमानत मिल गई है।

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बता दें कि भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत सुबह ही भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ रोहाना टोल से सहारनपुर के लिए रवाना हुए थे। इससे पहले रोहना टोल प्लाजा पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुँच गए थे। सैकंडों गाड़ियों के काफिले के साथ नरेश टिकैत दिल्ली रोड़ स्तिथ एक बैंकट हॉल पहुंचे। जहां हजारों की संख्या में बीकेयू कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद चौधरी नरेश टिकैत अदालत में पेश हुए। जहां उन्हें अदालत से जमानत मिल गई।

 

 

 

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