सहारनपुर : पहाड़ों और मैदानी इलाकों में पिछले 30 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण हथिनीकुंड बैराज में क्षमता से ज़्यादा पानी जमा हो गया था, इसलिए सोमवार सुबह 3 लाख 29 हज़ार क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया। जिससे यमुना नदी किनारे के इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुँच गया है।

जिससे थाना गंगोह क्षेत्र के लखनौती में यमुना का पानी हरियाणा को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर आ गया है। रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने आवाजाही रोक दी है। यमुना नदी से निकल रहे पानी के कारण आसपास के गाँवों के ग्रामीणों की चिंता बढ़ने लगी है। ग्रामीणों को सोमवार की रात जागकर बितानी पड़ी। किसानों की हज़ारों बीघा फ़सलें पहले ही बर्बाद हो चुकी हैं। जानकारों के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया यह पानी दिल्ली एनसीआर के लिए ख़तरा बन गया है। अगले 24 घंटों में यह दिल्ली पहुँच जाएगा।
जिससे यमुना का पानी निचले इलाकों में तबाही मचा सकता है। हथिनीकुंड बैराज से पहले ही हाई फ्लड घोषित किया जा चुका है। मौसम विभाग की मानें तो इस बार अगस्त महीने में हुई बारिश ने पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस बार अगस्त में 664 मिमी बारिश हुई है, जो 2015 के बाद से पिछले 10 सालों में सबसे अधिक है। अगर पूरे चालू सीजन की बात करें तो अब तक 1,236 मिमी बारिश हो चुकी है।
नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया News 14 Today के Facebook पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें...