सहारनपुर : गंगोह से भाजपा विधायक कीरत चौधरी पर न सिर्फ नाबालिग का शोषण करने बल्कि समलैंगिक संबंध बनाने का भी आरोप लगा है। ये आरोप किसी विपक्षी पार्टी ने नहीं बल्कि भाजपा की महिला नेता कोमल गुर्जर ने लगाए हैं। कोमल गुर्जर ने कहा कि वह समलैंगिक संबंधों के सबूत जल्द ही सबके सामने पेश करेंगी। कोमल गुर्जर ने भाजपा विधायक पर परिवार और बहनों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराने और पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। कोमल ने शुक्रवार को गंगोह कस्बे में गुर्जर समाज की पंचायत बुलाई थी लेकिन विधायक के प्रभाव के चलते पंचायत होने से रोक दी गई। महापंचायत रोकने के साथ ही पुलिस ने समर्थकों पर लाठीचार्ज भी किया।

आपको बता दें कि कोमल गुर्जर और गंगोह से भाजपा विधायक कीरत सिंह एक ही समाज से ताल्लुक रखते हैं। दोनों ही नेता भाजपा में सेवारत थे। पिछले कुछ दिनों में अचानक कुछ ऐसा हुआ कि विधायक कीरत सिंह के समर्थकों द्वारा कोमल गुर्जर के खिलाफ सोशल मीडिया पर तरह-तरह की पोस्ट डाली जाने लगीं। सोशल मीडिया पर लगातार हो रही टिप्पणियों से आहत भाजपा नेत्री कोमल गुर्जर ने भी सोशल मीडिया पर पलटवार करना शुरू कर दिया। जिसके बाद गंगोह विधानसभा की राजनीति में भूचाल आ गया। कोमल गुर्जर ने विधायक कीरत सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए गंगोह कस्बे में गुर्जर समाज की पंचायत बुलाई। विधायक कीरत सिंह को जब पंचायत के आयोजन की जानकारी मिली तो उन्होंने अपना प्रभाव दिखाते हुए प्रशासन पर दबाव बनाकर पंचायत होने से रोक दिया।
पंचायत में आए लोगों ने जब पुलिस और प्रशासन का विरोध किया तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। कई लोगों को जबरन हिरासत में ले लिया गया। भाजपा नेत्री कोमल गुर्जर ने गंगोह विधानसभा से भाजपा विधायक चौधरी कीरत सिंह गुर्जर पर गंभीर और सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। कोमल गुर्जर का कहना है कि विधायक के अपने साथी सतपाल के साथ समलैंगिक संबंध हैं। इतना ही नहीं उन्होंने विधायक पर 13 साल की नाबालिग लड़की का शोषण करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विधायक न केवल उन्हें बल्कि उनके पति और परिजनों को भी लगातार परेशान कर रहे हैं। कोमल गुर्जर का दावा है कि उनके पास विधायक के समलैंगिक संबंधों समेत तमाम आरोपों के पुख्ता सबूत हैं, जिन्हें वह जल्द ही सार्वजनिक करेंगी।
कोमल गुर्जर ने शुक्रवार को गंगोह में गुर्जर समाज की महापंचायत बुलाई थी, लेकिन उनका आरोप है कि विधायक के दबाव में प्रशासन ने गंगोह को छावनी में तब्दील कर दिया और पंचायत को जबरन रुकवा दिया गया। पुलिस ने उनके समर्थकों पर लाठीचार्ज किया, कई लोगों को हिरासत में लिया और क्षेत्र में भय का माहौल पैदा कर दिया। कोमल गुर्जर ने यह भी कहा कि उनकी छह बहनें हैं, लेकिन विधायक कीरत सिंह उनकी बहनों और उनके ससुराल वालों को भी परेशान कर रहे हैं। तीन साल से उनका परिवार और रिश्तेदार विधायक कीरत सिंह के रसूख और गुंडागर्दी से परेशान हैं। कोमल ने भाजपा नेताओं पर यहां तक आरोप लगाते हुए कहा कि गुरुवार रात महानगर अध्यक्ष शीतल बिश्नोई ने उन्हें पार्टी कार्यालय बुलाया।
शीतल बिश्नोई ने कहा कि रात को पार्टी कार्यालय आ जाओ, जहां मैं और राज्य मंत्री जसवंत सैनी आपकी बात सुनेंगे और मामले का समाधान करा दिया जाएगा। लेकिन जब वह वहां पहुंचीं तो पार्टी कार्यालय पर 20 से ज्यादा गाड़ियां खड़ी थीं। मैंने अंदर जाने से मना कर दिया और अपने साथी को अंदर जानकारी लेने के लिए भेजा, तब पार्टी कार्यालय पर सैकड़ों लोग बैठे हुए थे। मेरे न जाने से नाराज नगर विधायक राजीव गुंबर और नकुड़ विधायक मुकेश चौधरी गुस्से में वहां से चले गए। उसके बाद हमें भी गाड़ी लेकर वहां से वापस भागना पड़ा। क्योंकि मुझे पहले ही अंदेशा हो गया था कि मेरे साथ कोई अनहोनी हो सकती है। पार्टी कार्यालय पर महिला कांस्टेबलों के साथ कई पुलिस वाहन भी बुला लिए गए थे।
महानगर अध्यक्ष शीतल बिश्नोई ने कोमल गुर्जर को पार्टी से निष्कासित कर दिया। जिसके बाद स्थानीय राजनीति में भूचाल आ गया है। इस घटना के बाद गंगोह की राजनीति में जोरदार सियासी तूफान खड़ा हो गया है। भाजपा विधायक के समर्थक दो खेमों में बंट गए हैं। भाजपा के अंदर इस मुद्दे को लेकर काफी बेचैनी है और संगठन स्तर पर बैठकों की संख्या बढ़ गई है। वहीं विधायक का कहना है कि कोमल गुर्जर द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही है। अगर कोमल के पास मेरे खिलाफ किसी तरह का कोई सबूत है तो वह लेकर आएं। Saharanpur News
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