आदमपुर एयरबेस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे। जहां उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों का उत्साह बढ़ाते हुए संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ‘पाकिस्तान में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां आतंकवादी छिप सकें, हम उन्हें उनके घर में घुसकर मारेंगे और भागने का मौका भी नहीं देंगे।’

आपको बता दें कि मंगलवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरे पर पहुंचे। जहां उन्होंने भारतीय वायुसेना के जवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पश्चिमी वायु कमान की टोपी पहनी, जो पश्चिमी वायु कमान की ताकत और नेतृत्व का प्रतीक है, जिसने हाल ही में भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह वही कमान है जिसने देश को पाकिस्तान के हमलों से बचाया था। बल्कि मुंहतोड़ जवाब भी दिया था। यह यात्रा मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुई थी, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी गतिविधियों और हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया था।
पश्चिमी वायु कमान भारतीय वायुसेना की सबसे महत्वपूर्ण कमान है, जो पश्चिमी सीमाओं की रक्षा करती है। यह कमान राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर जैसे क्षेत्रों में हवाई अभियानों का नेतृत्व करती है, जो पाकिस्तान की सीमा से लगे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस कमान ने अपनी तत्परता और प्रभावशीलता साबित की, जिसने पाकिस्तान के नापाक इरादों को नाकाम कर दिया। टोपी पहनकर नरेंद्र मोदी ने इस कमान के योगदान का सम्मान किया।

सैन्य टोपी पहनना एक प्रतीकात्मक इशारा है, जो सैनिकों को यह संदेश देता है कि देश का नेतृत्व उनके साथ खड़ा है। नरेंद्र मोदी ने पहले भी कई मौकों पर सैन्य टोपी पहनी है, जैसे सियाचिन में सेना की टोपी या लद्दाख में आईटीबीपी की टोपी। आदमपुर में पश्चिमी कमान की टोपी पहनकर उन्होंने सैनिकों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी बहादुरी और बलिदान को महत्व देती है।
टोपी का प्रतीकात्मक महत्व केवल भारत तक ही सीमित नहीं है। यह पाकिस्तान को भी एक कड़ा संदेश है कि भारत अपनी रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। पश्चिमी वायु कमान ने हाल ही में हुई झड़प में पाकिस्तानी हमलों को नाकाम कर दिया और जवाबी कार्रवाई में उनकी वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया। इस टोपी को पहनकर नरेंद्र मोदी ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत किसी भी आक्रमण का जवाब देने में सक्षम है। यह टोपी भारत की सैन्य शक्ति और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। ऑपरेशन सिंदूर में वायु सेना, थल सेना और नौसेना ने मिलकर काम किया, जो भारत की एकीकृत रक्षा रणनीति को दर्शाता है।
