सहारनपुर : एक ओर जहां सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक सहारनपुर को स्वास्थ्य क्षेत्र में सर्वश्रेठ जनपद बनाने के दावे कर रहे हैं वहीं स्वाथ्य विभाग की लचर व्यवस्था न सिर्फ मरीजों के लिए परेशानी का सबब बनी हैं बल्कि स्वास्थ्य मंत्री के दावों को भी पलीता लगा रही हैं। जी हाँ ये हम नहीं कह रहे बल्कि सहारनपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में मरीजों को हो रही असुविधाएं खुद ब्या कर रहीं है। मेडिकल कॉलेज में दो अल्ट्रासाउंड मशीनें और दो रेडियोलॉजिस्ट होने के बावजूद इतनी लंबी वेटिंग लिस्ट है। ऐसा लगता है कि संसाधनों का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो रहा है या फिर मरीजों की संख्या बहुत ज़्यादा है। परिसर में साफ-सफाई की कमी और कबूतरों की गंदगी भी अस्वीकार्य है।
अगर आप राजकीय मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउंड कराने जा रहे हैं तो थोड़ा समय निकाल कर जाएं। भले ही आज आप दर्द से परेशान हों, लेकिन अल्ट्रासाउंड के लिए आपको एक-दो दिन नहीं बल्कि 15 दिन से अधिक इंतजार करना पड़ सकता है। इसके बाद ही आपका इलाज शुरू हो पाएगा। राजकीय मेडिकल कॉलेज में जांच सुविधा की पड़ताल की तो दावों की पोल खुल गई। अल्ट्रासाउंड कराने के लिए अगले 15 बाद का टाइम दिया जा रहा है। Saharanpur News
आपको बता दें कि सहारनपुर में मेडिकल कॉलेज को शुरू हुए 10 साल से अधिक हो गए हैं, लेकिन मरीजों को जो स्वास्थ्य सुविधा मिलनी चाहिए थी, वह अभी भी कोसों दूर है। मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउंड जांच के लिए दो मशीनें हैं। इनमें से एक मशीन कुछ महीने पहले ही मिली है। दो रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं। बावजूद इसके अल्ट्रासाउंड कराने आ रहे मरीजों को तारीख दी जा रही है। फिलहाल अल्ट्रासाउंड कराने के लिए 15 दिन की वेटिंग चल रही है।
गुरुवार को अल्ट्रासाउंड कराने गए मरीजों को 17 मई की तारीख दी गई। मरीजों का आरोप है कि अल्ट्रासाउंड सुबह 11 बजे तक ही हो रहे हैं। दर्द से कराहते मरीज परेशान हैं। वहीं वार्ड तो दूर, परिसर में भी सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। पर्ची और दवा काउंटर के बीच कबूतरों की बीट का ढेर लगा रहता है। मरीज गंदगी से होकर गुजरते हैं। कुछ जगहों पर डस्टबिन भी खुले रखे हैं। Saharanpur News