प्रयागराज : प्रयागराज में पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का धरना चौथे दिन भी जारी है। दो दिवसीय परीक्षा में अलग-अलग पालियों में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के एक समान मूल्यांकन के लिए आयोग ने नॉर्मलाइजेशन लागू कर दिया है लेकिन आयोग ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह फॉर्मूला कैसे काम करेगा। दो दिवसीय परीक्षा का विरोध कर रहे अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और छात्रों के बीच तीखी नोकझोंक हो रही है। हालात को काबू करने के लिए फोर्स मौके पर मौजूद है।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट नंबर 2 के सामने प्रतियोगी छात्रों को जबरन उठाने के बाद नाराज छात्राएं गेट पर तैनात पुलिस कर्मियों से नाराजगी जता रही हैं। दिव्यांग गौरी के पैर में चोट आई है। प्रयागराज में छात्रों और पुलिस बल के बीच तीखी नोकझोंक जारी है। छात्र आयोग के सामने से हटने को तैयार नहीं हैं।
सूत्रों के मुताबिक यूपी लोक सेवा आयोग के दफ्तर में बड़ी बैठक चल रही है। यह बैठक चेयरमैन संजय श्रीनेत की अध्यक्षता में हो रही है। बताया जा रहा है कि आयोग एक घंटे में बड़ा फैसला ले सकता है। प्रतियोगी छात्र एक ही मांग पर अड़े हैं कि पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन कराई जाए। यूपीपीएससी द्वारा पीसीएस और आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा दो दिन कराए जाने के फैसले के खिलाफ छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। वहीं आयोग भी दो दिन परीक्षा कराने की जिद्द पर अड़ा है।
आयोग ने दो दिवसीय परीक्षा में अलग-अलग पालियों में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के समान मूल्यांकन के लिए नॉर्मलाइजेशन लागू किया, लेकिन आयोग ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह फॉर्मूला कैसे काम करेगा। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग ने पर्सेंटाइल स्कोर निकालने का फॉर्मूला तो दे दिया, लेकिन नॉर्मलाइजेशन कैसे काम करेगा। यह फॉर्मूला वैज्ञानिक तौर पर कारगर है या नहीं, इस पर भी संशय है। जिन परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन लागू किया गया, वे हमेशा विवादों में रही हैं। सुबह से ही पुलिस और छात्रों के बीच माहौल गरमाया हुआ है प्रयागराज में छात्रों का जोरदार प्रदर्शन लगातार चौथे दिन भी जारी है। सुबह से ही पुलिस और छात्रों के बीच माहौल गरमाया हुआ है।

अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी के बाद गुस्साए छात्र बैरिकेडिंग तोड़कर आयोग कार्यालय के बाहर पहुंच गए। इससे मौके पर अफरा तफरी मच गई। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। कुछ असामाजिक तत्व प्रदर्शन में घुस आए: पुलिस प्रयागराज के डीसीपी अभिषेक भारती का कहना है कि छात्र स्टेट पीएससी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे संवैधानिक तरीके से अपना प्रदर्शन जारी रखें और उनकी मांगों से अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बुधवार को असामाजिक तत्वों द्वारा सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वे छात्र नहीं बल्कि असामाजिक तत्व हैं जिनका आपराधिक इतिहास रहा है। ऐसे असामाजिक तत्व प्रदर्शन का हिस्सा बन रहे हैं और छात्रों को भड़का रहे हैं। उनकी पहचान कर उनसे पूछताछ की जा रही है। छात्र पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं छात्रों का कहना है कि उनके साथ कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। छात्रों के साथ बदसलूकी भी की गई है। अब छात्रों ने मोर्चा संभाल लिया है और खुद ही विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। मौके पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रदर्शन स्थल के आसपास और बैरिकेडिंग कर दी गई है। छात्र पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।

वहीं पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन कराने की मांग को लेकर प्रयागराज में चल रहे अभ्यर्थियों के प्रदर्शन की चिंगारी अब अन्य शहरों में भी फैलने लगी है। गुरुवार दोपहर अभ्यर्थियों ने बाराबंकी शहर में भी जोरदार प्रदर्शन किया। शहर से गुजर रहे लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर बैनर, पोस्टर और तख्तियां लेकर जुटे छात्र छात्र एकता जिंदाबाद और एक ही पाली में परीक्षा कराने के नारे लगा रहे थे। छात्रों का कहना है कि इसको लेकर प्रयागराज में संघर्ष चल रहा है और वह भी इस आंदोलन में पूरी तरह से भागीदारी करेंगे।
शहर के पटेल तिराहा से बस स्टैंड होते हुए स्टेशन रोड की ओर छात्रों द्वारा निकाले गए जुलूस के कारण सड़क पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। करीब एक घंटे तक बाराबंकी शहर में सैकड़ों वाहन फंसे रहे। इसके कारण बस स्टेशन पर चलने वाली बसों का आवागमन और संचालन भी प्रभावित रहा। शहर कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी और अन्य पुलिसकर्मी भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे थे।
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