यूपी उपचुनाव : उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में सीएम योगी का “बटोगे तो कटोगे” सुपरहिट चल रहा है। इससे सीएम योगी हिंदुत्व का एक बड़ा चेहरा बनकर उभरें हैं उससे विपक्षी नहीं पार्टी के अंदर भी एक खेमे में घबराहट नजर आ रही है। इसमें कोई दौरा नहीं है कि इस नारे को संघ ने स्वीकृति दे दी है लेकिन दिल्ली जानती है कि अगर योगी मजबूत होते हैं तो दिल्ली कमजोर होगी।
इसीलिए सीएम योगी अगर यूपी के उपचुनाव में अपना टारगेट पूरा नहीं कर पाते तो उन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। दूसरे पश्चिमी यूपी की सीटों पर रालोद प्रमुख जयंत चौधरी का इस्तेमाल भाजपा क्यों नहीं कर पा रही है? क्या भाजपा को लगता है कि जयंत उनके लिए इतने मुफीद नहीं है जितना सोच कर उनको सरकार में शामिल किया था?
जाहिर है रालोद अपने को किसान हितैषी पार्टी कहती है लेकिन क्या जयंत चौधरी किसानों के मुद्दे भाजपा की सरकार में उठा पा रहे हैं? सरकार में शामिल होकर किसानों के मुद्दे क्यों नहीं उठा पा रहे हैं जयंत? शामली गन्ना मिल पर करोड़ों का भुगतान बकाया है, गेहूं और आलू की बुवाई के चलते किसान डीएपी खाद के लिए परेशान हैं। खाद की कालाबाजारी के चलते खाद की किल्लत है। लेकिन जयंत इस मामले पर एक शब्द बोलने को तैयार नहीं है? क्या यह सरकार में रहने की मजबूरी है?