लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र में सपा विधायकों द्वारा उठाए गए महंगाई के मुद्दे पर करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि आप (सपा) पेशे से समाजवादी हैं। जो हाथ आपको खिलाता है, उसी को काटते हैं। इसलिए आपको नहीं पता कि उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए सरकार क्या कर रही है। नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडेय के पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का परिणाम है कि वर्ष 2027 तक हम 1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।

समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने 1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल पूछा। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब किसान एक क्विंटल गेहूं पैदा करता है तो 1100 रुपये खर्च होता है। जबकि सरकार 2300 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी दे रही है। उन्होंने कहा कि विधायक यह सवाल लेकर सदन में आई हैं, उन्हें तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश ने 1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है और भारत 3 नहीं बल्कि 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि “मैं आपकी पीड़ा समझ सकता हूं कि जब आपके नेता कहते हैं कि भारत कभी विकसित नहीं बन सकता, तो आप जरूर उनका अनुसरण करेंगे। आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। 2027 में भारत 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। इसमें कोई संदेह नहीं है। हो सकता है कि कुछ लोगों को यह पसंद न आए, क्योंकि जिनका अपना निजी एजेंडा है, वे देश के विकास को स्वीकार नहीं करेंगे।”
“भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में एक विस्तृत कार्यक्रम बढ़ाया है, इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में 10 सेक्टरों में बांटकर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सीएम डैशबोर्ड में इसकी मासिक समीक्षा की जाती है। साथ ही मैं भी हर तीन महीने में इसकी समीक्षा करता हूं। इसका परिणाम यह है कि 2017 में जब हमारी सरकार आई, तब अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ थी। इस वित्तीय वर्ष के अंत में यह 27.5 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगी।”
उन्होंने कहा कि यह तब हो रहा है जब वैश्विक महामारी कोरोना के बाद दुनिया आर्थिक मंदी के दौर से गुजरी थी। उत्तर प्रदेश की विकास दर देश में सबसे ज्यादा है। हमारे 10 सेक्टर हैं औद्योगिक विकास का इंफ्रास्ट्रक्चर, एमएसएमई, आईटी इलेक्ट्रॉनिक्स, दूसरा सेक्टर है कृषि सेक्टर, इसमें कृषि से जुड़ी सभी संस्थाएं शामिल हैं। तीसरा सामाजिक सेक्टर, चौथा शहरी विकास, 5वां राजस्व कर सेक्टर, शिक्षा सेक्टर, गृह सेक्टर.. चिकित्सा स्वास्थ्य, सेक्टर, सेवा सेक्टर पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने 10 साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से उबारने का काम किया है। इसी तरह उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 करोड़ लोगों को गरीबी से उबारा है। अकेले महाकुंभ के आयोजन से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ की वृद्धि होने जा रही है। महिलाओं को हर सेक्टर में अवसर दिए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से भरा हुआ राज्य था, आपकी समाजवादी सरकार ने इसे बीमारू राज्य बना दिया था।
इस दौरान सपा के डॉ. राकेश वर्मा ने महंगाई के मुद्दे पर कहा कि आजकल महिलाएं आपस में बात करती हैं कि सखी सैयां खूब कमाती हैं लेकिन महंगाई डायन उसे खा जा रही है… संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने उन पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि या तो आप महिलाओं से बात नहीं करते या फिर उनकी बात नहीं सुनते। जिसके बाद पूरा सदन ठहाकों के साथ हंसने लगा है।
हमारी मांगें पूरी होनी चाहिए, चाहे जो भी मजबूरी हो, इस नारे ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। चीनी मिलों में श्रमिकों के शोषण के सवाल पर सदन में हंगामा हुआ। सपा के पंकज मलिक के सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि श्रमिकों का फायदा मिलों के चलने में ही है। यूनियनबाजी से सिर्फ नुकसान होता है। बंगाल और कानपुर इसके उदाहरण हैं। हमारी मांगें पूरी होनी चाहिए, चाहे जो भी मजबूरी हो, इस नारे ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। UP Budget Session