सहारनपुर : सहारनपुर के थाना चिलकाना पुलिस ने 10 वर्षीय सरफराज हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाली चिलकाना निवासी पड़ोसी जरीना और उसके बेटे मुस्तफा उर्फ कोबरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पूछताछ में बालक की हत्या के पीछे चौकाने वाली वजह सामने आई है। पुलिस के मुताबिक़ बेइज्जती का बदला लेने के लिए 10 वर्षीय सरफराज की हत्या कर शव बोर में रखकर रजवाहे में फेंका गया था।
आपको बता दें कि इकराम का नगमा के परिवार के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। जिसके चलते गांव में इकराम और उसके पूरे परिवार की बेइज्जती हो रही थी। यही वजह है कि इकराम और उसका परिवार बेज्जती का बदला लेने की फिराक में थे। पुलिस के मुताबिक़ 10 मई को शरफराज की मां नगमा अपने जीजा के साथ रिश्तेदारों से मिलने लक्सर गई थी। घर पर सिर्फ 10 वर्षीय सरफराज ही था। इस बात की जानकारी मुस्तफा और उसकी मां जरीना को लगी तो उन्होंने बेज्जती का बदला लेने के लिए सरफराज की हत्या की योजना बना डाली।
एसपी सिटी व्योम बिंदल के मुताबिक़ पूछताछ में आरोपी मां बेटे ने बताया कि जिस वक्त बालक सरफराज घर के बाहर खेल रहा था। तभी मुस्तफा उसे मोबाइल दिखाने के बहाने अपने घर के अंदर ले गया। जहां मुस्तफा की मां नगमा ने गेट पर खड़े होकर पहरा दिया और मुस्तफा ने बिस्तर पर मोबाइल देखते समय पीछे से तौलिए से सरफराज का गला घोंट दिया। बाद में तकिए से उसका मुंह दबा दिया।
इसके बाद शव को प्लास्टिक के बोरे में डालकर टेंपो में डालकर सलेमपुर गाढ़ा ले गया, जहां रजवाहे में सरफराज को फेंककर घर वापस आ गया और बोरा धोकर रख दिया। किसी को शक न हो, इसके लिए वह कुछ दिन अपने मामा के घर रहा। मृतक सरफराज की चप्पलें और पगड़ी चूल्हे में जला दी। पुलिस ने जांच शुरू की तो एक के बाद एक कड़ी जुड़ती चली गई और बुधवार को मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया। Saharanpur News