शामली : सोमवार देर रात झिंझाना के गांव उदपुर के जंगल में उस वक्त ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई एसटीएफ और बदमाशों के बीच गोलियां चल गई। मुठभेड़ में मुस्तफा गैंग के एक लाख के इनामी बदमाश अरशद और उसके तीन साथी गोली लगने से ढेर हो गए। मुठभेड़ में चारों बदमाशों की मौके पर ही मौत हो गई। बदमाशों की गोली लगने से इंस्पेक्टर सुनील कुमार घायल हो गए, जिनकी हालत गंभीर होने पर उन्हें गुरुग्राम रेफर कर दिया गया।
आपको बता दें कि सोमवार देर रात एसटीएफ मेरठ को सूचना मिली कि बदमाश लूटपाट के इरादे से शामली के झिंझाना क्षेत्र में जा रहे हैं। सूचना मिलने पर एसटीएफ मौके पर पहुंच गई। एसटीएफ अधिकारीयों के मुताबिक़ गांव एसटीएफ ने उदपुर के ईंट भट्ठे के पास ब्रेजा कार सवारों को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन कार सवार बदमाशों ने कार रोकने की बजाए एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद जवाबी कार्यवाई करते हुए एसटीएफ को बी गोली चलानी पड़ी।
देखते ही देखते एसटीएफ और बदमाशों में मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों ओर से करीब एक घंटा तक फायरिंग होती रही। मुठभेड़ में गोली लगने से सहारनपुर के गंगोह का एक लाख का इनामी मुकीम और मुस्तफा उर्फ कग्गा गैंग का सदस्य अरशद गोली लगने से घायल हो गए। इसके अलावा अरशद के साथी सोनीपत निवासी मंजीत और हरियाणा के मधुबन निवासी सतीश व एक अन्य व्यक्ति को भी गोली लगी। ताबड़तोड़ हुई गोलीबारी के चलते चारो बदमाशों की मौके पर ही मौत हो गई।

एसटीएफ के मुताबिक, एक लाख रुपये के इनामी बदमाश अरशद पर सहारनपुर, हरियाणा के पानीपत और शामली में लूट, हत्या और अन्य अपराधों के 17 मुकदमे दर्ज हैं। शामली में मेरठ एसटीएफ और बदमाशों के बीच करीब 42 मिनट तक मुठभेड़ चली। एसटीएफ एसपी बृजेश ने बताया कि दोनों ओर से 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। पुलिस अफसरों का दावा है कि पिछले 16 साल में पश्चिमी यूपी में यह सबसे बड़ी मुठभेड़ है। बदमाशों ने 12 पुलिसकर्मियों की टीम पर लगातार फायरिंग की।