दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र से सपा सांसद हरेंद्र मलिक संभल जा रहे थे, जिन्हें पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया है। समाजवादी पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद के नेतृत्व में पांच सांसदों समेत 15 नेताओं का प्रतिनिधिमंडल संभल भेजने का ऐलान किया था। प्रतिनिधिमंडल को पार्टी ने पीड़ितों से मिलकर सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपनी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। प्रतिनिधिमंडल में सांसद हरेंद्र मलिक भी शामिल हैं। हरेंद्र मलिक संभल जा रहे थे। जिसके चलते गाजियाबाद गाजीपुर बॉर्डर NH 9 मेरठ एक्सप्रेसवे पर लंबा जाम लगा हुआ है।
आपको बता दें कि रविवार 24 नवंबर 2024 को संभल में हुई हिंसा के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए संभल जिला प्रशासन ने 10 दिसंबर 2024 तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेसिया के अनुसार 10 दिसंबर तक कोई भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करेगा।
मुजफ्फरनगर से सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि “हम समझ नहीं पा रहे हैं कि सरकार हमें आगे क्यों नहीं बढ़ने दे रही है। हम देश और प्रदेश के नागरिक हैं। अगर हम अपने ही प्रदेश में नहीं जा सकते तो कहां जाएंगे? हम आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे, अगर हमें रोका जाएगा तो हम क्या कर सकते हैं। मैं संभल के जिलाधिकारी से जानना चाहता हूं कि जिस दिन घटना हुई उस दिन क्या कोई जनप्रतिनिधि वहां मौजूद था? हमें इसलिए रोका जा रहा है ताकि अफसरों की सच्चाई सामने न आए। यह बहुत ही नाटकीय घटना है। सर्वे के बाद चार दिन तक कोई चर्चा नहीं हुई।”