सहारनपुर : सरकारी अस्पताल में इलाज के अभाव में एक युवक की मौत हो गई। युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में बताया गया कि अस्पताल में कोई डॉक्टर या स्टाफ नहीं था। थाना बेहट इलाके की सीएचसी के डॉक्टरों पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि थाना बेहट क्षेत्र के मोहल्ला कस्साबान की जामा मस्जिद के पास रहने वाला अमन पुत्र इकबाल ठेला चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता है। बेहट-गंदेवड़ के बीच अज्ञात वाहन ने युवक को टक्कर मार दी। अज्ञात वाहन ने उसे इतनी जोरदार टक्कर मारी कि ठेला पलटने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन फानन में मौके पर पहुंचे परिजन घायल युवक को सीएचसी ले गए। लेकिन सीएचसी में कोई डॉक्टर और स्टाफ नहीं मिला। इस दौरान युवक एक घंटे तक अस्पताल में दर्द से तड़पता रहा। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में न तो कोई डॉक्टर था और न ही कोई स्टाफ। जिसके चलते युवक ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ को फोन कर इलाज करने को कहा। आरोप है कि कॉल के एक घंटे बाद डॉक्टर अस्पताल पहुंचे। तब तक अमन की मौत हो चुकी थी। युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। उन्होंने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि अगर अमन को समय पर इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। परिजन घायल अमन को लेकर जब सीएचसी पहुंचे तो वहां कोई स्टाफ नहीं मिला। जिसके बाद परिजनों ने पूरे अस्पताल का वीडियो बना लिया।
वीडियो में डॉक्टर की सीट खालीदिखाई दे रही है। पूरे अस्पताल में कोई कर्मचारी नजर नहीं आया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की वजह से युवक की मौत हुई है। हालांकि परिजन युवक का शव लेकर बिना किसी कार्रवाई के घर चले गए। उधर सीएचसी प्रभारी बिजेंद्र कुमार का कहना है कि परिजन झूठा आरोप लगा रहे हैं। युवक को उसके परिजन मृत अवस्था में अस्पताल लेकर आए थे। उन्होंने बिना कोई कार्रवाई किए शव ले लिया। Saharanpur News