सहारनपुर : 21 दिसंबर को थाना नकुड़ इलाके के कस्बा अंबेहटा में जन सेवा केंद्र पर हुई डकैती के मामले एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। ख़ास बात ये है कि ये खुलासे पुलिस नहीं बल्कि डकैती में शामिल बदमाश कर रहे हैं। वीडियो जारी कर डकैती में शामिल बदमाश ने सहारनपुर पुलिस द्वारा दो युवकों के पैर में गोली के मामले पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। गोली मारकर पकडे गए युवकों को निर्दोष बताते हुए खुद को लूट बताया है। पुलिस के एनकाउंटर को फर्जी बताने पर पुलिस ने वीडियो जारी करने वाले बदमाश पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। बावजूद इसके बदमाश पकडे गए युवकों को निर्दोष बताते हुए पुलिस कार्यवाई की पोल खोल रहा है।
आपको बता दें कि 21 दिसंबर को बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने अंबेहटा में जन सेवा केंद्र पर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में अब तक पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ा था। कुछ दिन पहले खैरसाल निवासी विनेश नागर उर्फ विन्नी ने अपने फेसबुक पेज पर तीन वीडियो अपलोड किए थे। जिसमें उसने जन सेवा केंद्र पर हुई डकैती में शामिल होने का दावा किया था। उसने पुलिस की मुठभेड़ पर भी सवाल उठाए थे। जिसके बाद बदमाश पर 25 हजार की इनाम राशि को बढ़ा कर 50 हजार कर दिया है। विनेश उर्फ़ विन्नी के खिलाफ सहारनपुर के अलावा मुजफ्फरनगर और शामली में उसके खिलाफ 19 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। सभी मुकदमे लूट और डकैती के हैं।
दरअसल बदमाश विनेश नागर उर्फ़ विन्नी ने गुरूवार को चौथा वीडियो वायरल किया है। जिसमें बदमाश पुलिस कार्यवाई और एनकाउंटर पर सवाल खड़े किये हैं। पुलिस की पोल खोलने वाला बदमाशों का यह वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है। बदमाश के वीडियो ने यूपी पुलिस के दावों से पर्दा उठा दिया है। जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। वीडियो में बदमाश विन्नी का कहना है कि मुठभेड़ में गोली मारकर पकडे गए दो युवक बेगुनाह हैं। किसी भी डकैती से उनका कोई लेना देना नहीं है। हालांकि वीडियो में बदमाश यह भी बता रहा है कि वे एक युवक की बाइक मांग कर ले गए थे लेकिन जन सुचना केंद्र पर लूट के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी।
पुलिस ने दोनों बेगुनाह युवकों को गोली मारकर अच्छा नहीं किया। वीडियो में बदमाश यह भी बोल रहा है कि पुलिस उन पर फर्जी मुकदमे लगाने का दबाव बनाती है। वह केवल 3 घटनाओं में शामिल रहा है लेकिन पुलिस ने आला अधिकारीयों की वाहवाही के लिए 16 मुकदमे फर्जी लगाए हुए हैं। वे सरेंडर करना चाहते हैं लेकिन कोर्ट में नहीं करेंगे क्योंकि पुलिस रिमांड पर लेकर उनकी पिटाई कर सकती है।
एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि बदमाश पर इनाम बढ़ाने के लिए पुलिस ने डीआईजी से पत्राचार किया। डीआईजी से इनाम बढ़ाने की मंजूरी मिल गई। इसके बाद पुलिस ने बदमाश विनेश नागर उर्फ विन्नी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। लूट के मामले में फरार चल रहे बदमाश विन्नी पर इनाम 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।