सहारनपुर : यति नरसिंहानंद के बयान के बाद इस्लामिक जगत में हड़कंप मचा हुआ है। उनके बयान को लेकर जहां मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों में आक्रोश बना हुआ है वहीं धर्म गुरुओं में नाराजगी देखी जा रही है। विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी और जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद द्वारा मोहम्मद साहब के अपमान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
फतवों की नगरी दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि मोहम्मद साहब का अपमान करके यति नरसिंहानंद ने न सिर्फ मुसलमानों की भावनाओं पर हमला किया है बल्कि शांति और न्याय के सिद्धांतों की भी हत्या की है। उन्होंने कहा कि हम मुसलमानों के लिए मोहम्मद साहब की शान हमारी जान से ज्यादा कीमती है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से मामले का संज्ञान लेने और महंत के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की, साथ ही मुस्लिम समुदाय से धैर्य से काम लेने की अपील की।
वहीं जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने अपने बयान में कहा कि यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद का अपमान करके पूरी दुनिया के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मदनी ने कहा कि इस मामले में सरकार और एजेंसियों की चुप्पी से पता चलता है कि कट्टरपंथियों को राजनीतिक समर्थन प्राप्त है।