सहारनपुर : पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के तहत तहसील बेहट इलाके के असलमपुर बरथा के पास यमुना नदी में स्वीकृत खनन पट्टे की ईसी निर्गत किये जाने को लेकर जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे ग्रामीणों से आपत्तियां व सुझाव लिए गए। इस दौरान खनन जोन में रहने वाले ग्रामीणों ने खनन सबंधी शिकायत भी की है। ADMF ने ग्रामीणों की शिकायत का समाधान करने का आश्वासन दिया है।
दरअसल, तहसील बेहट के गांव असलमपुर बरथा के पास यमुना नदी में 36.60 हेक्टेयर में सैंड, बजरी, बोल्डर मिश्रित (आर.बी.एम) के खनन हेतु परियोजना प्रस्तावक मैसर्स सहारनपुर माइंस को आवंटित किए गए पट्टे की ई सी निर्गत किए जाने को लेकर बेहट तहसील सभागार में अपर जिलाधिकारी वित्त एवम राजस्व रजनीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में ग्रामीणों से आपत्ति एवम सुझाव मांगे गए।
जनसुनवाई के दौरान सहारनपुर माइंस की ओर पट्टा धारक संजय कुमार द्वारा प्रोजेक्ट फाइल पेश की गई जिसके बाद ग्रामीणों ने स्थानीय लोगो को रोजगार उपलब्ध कराने, खनन मार्ग पर पानी के छिड़काव किए जाने और रास्तों की मरम्मत किए जाने की मांग। ग्रामीणों ने खनन पट्टो की आड़ में चल रहे अवैध खनन की शिकायत भी की है। खनन माफिया प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर बिना प्रपत्रों के अवैध खनन का ढुलान तो करते ही हैं साथ ही खनन पट्टे की आड़ लेकर दूसरी जगहों से खनन खुदाई कर राजस्व विभाग को चुना लगा रहे हैं। ADMF रजनीश मिश्र ने ग्रामीणों की इस शिकायत को प्रमुखता से लिया और खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाई के निर्देश दिए हैं।
इस दौरान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी योगेंद्र कुमार, एसडीएम मानवेंद्र सिंह, खनन अधिकारी सुभाष सिंह, तहसीलदार प्रकाश सिंह, सहारनपुर स्टोन क्रेशर यूनियन के अध्यक्ष प्रदीप राणा, गोविंद चौधरी, दीपक चौधरी, ग्राम प्रधान चौधरी रामकुमार आदि मौजूद रहे। समस्याएं और सुझाव बताने के बाद ग्रामीणों ने हाथ उठाकर सहमति जताई। ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र में खनन पट्टा आवंटित होने से क्षेत्रीय लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे जिससे क्षेत्रवासियों ने हाथ उठाकर अपनी सहमति जताई।।
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