सहारनपुर : सहारनपुर में कैफे मालिक ओवैस की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी अलसमद उर्फ दाऊद को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पैसों के विवाद में कैफे में ही ओवैस को गोली मार दी थी। आरोपी दाऊद इब्राहिम से प्रभावित था और खुद को उसका अनुयायी बताता था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त देसी पिस्तौल भी बरामद कर ली है और आगे की जांच जारी है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में 11 फरवरी को हुई कैफे मालिक ओवैस की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने ओवैस के दोस्त अलसमद उर्फ दाऊद को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पैसों के लेनदेन के विवाद में ओवैस की हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त देसी पिस्तौल और कारतूस भी बरामद कर लिए हैं।
पुलिस के मुताबिक अलसमद ने ओवैस के पिता से एक लाख रुपये उधार लिए थे। ओवैस ने जब पैसे वापस मांगे तो उसने उसे बार-बार बेइज्जत किया, जिससे आहत होकर अलसमद ने उसे जान से मारने की योजना बनाई। 11 फरवरी की रात वह अपने दो दोस्तों के साथ ओवैसी के कैफे पर पहुंचा। पैसे लौटाने के बहाने उसने ओवैसी को अंदर बुलाया और पिस्तौल से तीन गोलियां चलाईं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान उसका एक साथी भी गोली लगने से घायल हो गया।
पुलिस जांच में पता चला कि अलसमद सोशल मीडिया पर कुख्यात गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से प्रभावित था। वह खुद को दाऊद का अनुयायी बताता था और सोशल मीडिया पर उसके नाम से अकाउंट भी चलाता था। उसने कई वीडियो भी अपलोड किए थे, जिसमें वह दाऊद की एडिट की गई तस्वीरों के साथ खड़ा नजर आ रहा था।
हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने जांच के दौरान साक्ष्य जुटाए और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वारदात के बाद उसने पिस्तौल कैफे में छिपा दी थी। पुलिस ने जांच के बाद पिस्तौल और अन्य सामान बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी के खिलाफ हत्या और अवैध हथियार रखने का मामला दर्ज किया गया है। उसे रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी ताकि इस हत्या से जुड़े अन्य पहलुओं के बारे में जानकारी हासिल की जा सके।