सहारनपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सहारनपुर के पंवारका में नवनिर्मित मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम ने विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्माणाधीन विश्वविद्यालय के मॉडल का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय के अधिकारी भी मौजूद रहे। विश्वविद्यालय में सीएम के निरीक्षण के दौरान प्रबंधन में हड़कंप की स्तिथि रही। इस दौरान सीएम योगी ने भवन निर्माण को ले क्र सबंधित विभाग को तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यानाथ सोमवार को सहारनपुर दौरे पर थे जहां उन्होंने सबसे पहले मां शाकुम्भरी देवी विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय का मौके पर निरीक्षण कर बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने विश्वविद्यालय का थ्रीडी मॉडल देखा तथा निर्माण के बारे में विस्तृत जानकारी ली। विश्वविद्यालय के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडमिन ब्लॉक, लाइब्रेरी ब्लॉक, गर्ल्स हॉस्टल ब्लॉक, बॉयज हॉस्टल ब्लॉक, वीसी आवास, सुविधा केंद्र, कैंटीन, विद्युत उपकेंद्र, पुलिस चौकी, स्वास्थ्य केंद्र, बाउंड्रीवाल आदि निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं के उज्ज्वल भविष्य और उनकी बेहतर शिक्षा के प्रति संवेदनशील है।
मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर उच्च शिक्षा के माध्यम से भारतीय संस्कृति और सभ्यता के उत्थान में बेहतर योगदान देगा। ऐसे में निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने कार्यदायी संस्था को विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों को निर्धारित मानकों के अनुरूप और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि संबंधित फर्म विश्वविद्यालय के एडमिन ब्लॉक, एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक, वीसी आवास, बाउंड्रीवाल, सड़क और सीवर सहित सभी बाह्य कार्यों का निर्माण प्राथमिकता पर पूरा करे। अतिरिक्त मैनपावर लगाकर निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए। धन की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में प्रगति न होने पर सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि कहीं भी जलभराव की समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने 30 अप्रैल तक विश्वविद्यालय का शत-प्रतिशत निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने शैक्षणिक भवन का निरीक्षण कर कक्षाओं व उनमें लगे फर्नीचर को देखा तथा भौतिकी, रसायन विज्ञान व जीव विज्ञान प्रयोगशाला सहित विभिन्न बिन्दुओं पर कुलपति से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विद्यालयों का महत्व बच्चों की उपलब्धता में है। सर्वे कराने के बाद ही विद्यालय खोले जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि विश्वविद्यालय की खाली पड़ी भूमि का सदुपयोग किया जाए। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बालक-बालिकाओं के लिए बनाए जा रहे छात्रावासों के बारे में माननीय मुख्यमंत्री को जानकारी दी।
युवा उद्यम योजना सिर्फ ऋण वितरण कार्यक्रम नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य उद्यमियों को साहूकारों और सूदखोरों से मुक्ति दिलाना है। सीएम ने कहा कि प्रदेश में नए उद्यमी तैयार किए जा रहे हैं। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री युवा उद्यम योजना के जरिए की जा रही है। इसके तहत पहले चरण में एक लाख युवाओं को ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। अब तक 31 हजार युवा उद्यमियों को ऋण वितरण की प्रक्रिया आगे बढ़ चुकी है। सहारनपुर में आज मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज बन रहे हैं। यहां बस स्टैंड और शहर में जलभराव की समस्या का समाधान हो गया है।
सहारनपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एमएसएमई का बहुत बड़ा आधार है। उत्तर प्रदेश पहला राज्य है जहां एमएसएमई इकाइयों को सुरक्षा की गारंटी दी जा रही है। आपदा के दौरान उद्यमी के साथ कोई घटना या दुर्घटना होने पर पांच लाख रुपये का सुरक्षा बीमा दिया जा रहा है। सीएम ने कहा कि सहारनपुर में स्पोर्ट्स कॉलेज का निर्माण कराया जा रहा है, जबकि पिछली सरकारों ने उसे अधूरा छोड़ दिया था। मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण कराया जा रहा है, जिसे हम इसी सत्र में शुरू कराने जा रहे हैं।
इस अवसर पर मंत्री एमएसएमई, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग राकेश सचान, उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, राज्य मंत्री लोक निर्माण विभाग ब्रजेश सिंह, संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास राज्य मंत्री जसवंत सैनी, विधायक नगर राजीव गुम्बर, विधायक गंगोह कीरत सिंह, विधायक रामपुर मनिहारान देवेन्द्र निम, विधायक नकुड़ मुकेश चौधरी, कुलपति प्रो. वाई. विमला, जिलाधिकारी मनीष बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण, अपर जिलाधिकारी न्यायिक रामआसरे वर्मा सहित सम्बन्धित संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।