सहारनपुर : नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर ईडी की कार्यवाई को लेकर कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला का बड़ा ब्यान आया है। राजीव शुक्ला ने जहां भाजपा पर जांच एजेंसियों का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है वहीं इसे भाजपा का विशुध्द राजनितिक षड्यंत्र करार दिया है। सोमवार को राजीव शुक्ला ने सहारनपुर में पत्रकार वार्ता कर वक्फ कानून पर बी सवाल खड़े किये हैं। वे पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा की निंदा करना करते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बचाव करते नजर आये।

वहीं पीएम मोदी के सऊदी अरब के दौरे पर कहा कि कि जिस तरह प्रधान मंत्री सऊदी के मुसलमानों से गले मिलते हैं उसी तरह अपने देश में रह रहे मुसलमानों को भी गले लगाना चाहिए। राजीव शुक्ला ने भाजपा द्वारा ध्यान भटकाने, बरगलाने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ने का एक प्रयास है। देश के सामने मौजूद महत्वपूर्ण मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना। अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाना। स्वतंत्रता संग्राम को तोड़-मरोड़ कर पेश करना और देश की विरासत का अपमान करना।
राजीव शुक्ला ने कहा कि हाल ही में हुए कांग्रेस पार्टी के ऐतिहासिक गुजरात अधिवेशन से बौखलाए मोदी-शाह की जोड़ी ने फिर से कांग्रेस पार्टी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) – अपनी पसंदीदा आपराधिक वसूली मशीन – को छोड़ दिया है। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर तथाकथित आरोपपत्र कुछ और नहीं बल्कि विशुद्ध राजनीतिक षड्यंत्र है। गांधी परिवार का हर सदस्य – चाहे वह राजनीति में हो या नहीं – भाजपा द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।
विडंबना यह है कि पहली बार मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप ऐसे मामले में लगाए जा रहे हैं, जिसमें एक भी पैसा या संपत्ति हस्तांतरित नहीं की गई है! बैलेंस शीट को कर्ज मुक्त बनाने के लिए कर्ज को इक्विटी में बदला जाता है। यह एक आम प्रथा है और पूरी तरह से कानूनी है। जब पैसा ही नहीं है, तो लॉन्ड्रिंग कहां है?
ये एक षड्यंत्रकारी राजनीतिक ठगी है। मोदी सरकार ने ED को अपना Election Department बना लिया है और बेशर्मी से और बार-बार प्रतिशोध के लिए इसका दुरुपयोग कर रही है। ED के मामलों में सजा की दर सिर्फ 1% है। इसके अलावा, ED ने जो राजनीतिक मामले दर्ज किए हैं, उनमें से 98% मामले सत्ताधारी पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ हैं।सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के परिवार के खिलाफ मनगढ़ंत मामलों में की जा रही साजिश सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से कम नहीं है। फ़र्ज़ी और झूठे मामलों के माध्यम से नेतृत्व और उनके परिवारों को निशाना बनाकर, भाजपा सरकार कांग्रेस पार्टी को दबाने की पूरी कोशिश कर रही है – एकमात्र ताकत जो लगातार लोगों के साथ और इस देश की आत्मा के लिए खड़ी रही है। यह लोकतांत्रिक विपक्ष पर सीधा और खतरनाक हमला है। यह प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा राजनीतिक धमकी का एक भद्दा प्रयास है। यह बदले की राजनीति का सबसे बुरा रूप है। चाहे वे हमें कितना भी चुप कराने की कोशिश करें, हम चुप नहीं होंगे। जो लोग दूसरों को डराने की कोशिश करते हैं, वे खुद डरे हुए हैं। यह एक राजनीतिक साजिश है, और कांग्रेस पार्टी इसका सीधे सामना करेगी। सत्य की जीत होगी।
इस दौरान कांग्रेस नेता राजीव शुक्ल आने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सरकार में विपक्ष के जो नेता घोटाले जैसे मामलों में जुड़े हुए थे उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली और अगले ही दिन उनके मुकदमे खत्म कर दिए गए। भाजपा के एक भी नेता के खिलाफ ऐसा कोई केश नहीं हैं। चुनाव की मिली भगत का आरोप कांग्रेस क्या पूरा देश लगा रहा है। महज दो महीने के भीतर महाराष्ट्र में 58 लाख फर्जी वोट जोड़ दिए गए। चुनाव के बाद चुनाव आयोग उनके रिकॉर्ड देने को तैयार नहीं है। चुनाव आयोग जिम्मेदारी है कि अगर किसी को प्रक्रिया पर शक है तो वह दूर करें। वक्फ कानून के सवाल पर उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड पर जो कानून बनाया गया उसके दो प्रोविजन तो सुप्रीम कोर्ट ने रोक दिए। इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा। यही विपक्ष कह रहा था कि ये प्रावधान आप हटाओ जो सविधान ने अनुरूप हैं। अब भाजपा के लोग सुप्रीम कोर्ट को गाली दे रहे हैं। पहले अपने नेताओं से उलटे सीधे ब्यान दिलवाते है फिर कहते हैं हमारा इस ब्यान से कोई मतलब नहीं है। आलम यह है की सुप्रीम कोर्ट पर भी हमला करने लगे हैं।
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