चंडीगढ़, 5 सितंबर। पंजाब को कृषि बुनियादी ढांचा फंड (ए.आई.एफ) योजना के तहत वर्ष 2023-24 में “सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य” पुरस्कार दिया गया है।
यह पुरस्कार केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण विभाग द्वारा नेशनल एग्रीकल्चर साइंस कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में आयोजित ए.आई.एफ एक्सीलेंस अवार्ड समारोह के दौरान दिया।
बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ा माजरा ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए विभाग के अधिकारियों और पूरी ए.आई.एफ टीम को बधाई दी और इस योजना को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ा माजरा को उनके कार्यालय में आज बागवानी निदेशक शैलिंदर कौर आई.एफ.एस, संयुक्त निदेशक श्री तजिंदर बाजवा, उप निदेशक हरप्रीत सिंह और ए.आई.एफ टीम लीडर श्रीमती रवदीप कौर द्वारा यह पुरस्कार सौंपा गया।
पंजाब द्वारा इस योजना के तहत किए गए शानदार विकास को उजागर करते हुए कैबिनेट मंत्री जौड़ा माजरा ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में केवल 164 परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई थी। उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग (जो ए.आई.एफ के लिए राज्य नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रहा है) की रणनीतिक योजना बंदी और समर्पित परियोजना निगरानी इकाई (पी.एम.यू) की शुरुआत से इस आंकड़े ने अगले वर्ष नई ऊंचाइयों को छुआ और वित्तीय वर्ष 2022-23 तक राज्य ने 3,480 परियोजनाओं को मंजूरी दी, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान लगभग चार गुना बढ़कर 12,064 हो गई। उन्होंने बताया कि अगस्त 2024 तक स्वीकृत परियोजनाओं की कुल संख्या 16,680 तक पहुंच गई है।
गौरतलब है कि कृषि बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के उद्देश्य से इन परियोजनाओं के तहत 6,626 करोड़ का बड़ा निवेश किया गया। इनमें से भागीदार बैंकों ने कुल 3,941 करोड़ रुपये के मियादी कर्ज़ स्वीकृत किए, जो पूरे पंजाब में कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए एक मजबूत वित्तीय प्रतिबद्धता का संकेत है।
पंजाब में इस योजना के तहत स्थापित परियोजनाओं में प्रमुख श्रेणियों में कस्टम हायरिंग सेंटर, प्राथमिक प्रोसेसिंग सेंटर, छंटाई इकाई, कोल्ड स्टोरेज, कटाई के बाद प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचा, मौजूदा बुनियादी ढांचे पर सोलर पैनल और सोलर पंप लगाना आदि शामिल हैं।