पीके शॉ की वापसी को लेकर सीमा सुरक्षा बल ने प्रेस रिलीज जारी की है। बीएसएफ ने कहा, “आज बीएसएफ जवान कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत लौट आए हैं। पूर्णम 23 अप्रैल 2025 को ड्यूटी के दौरान गलती से पाकिस्तानी सीमा पार कर गए थे।” पीके शॉ ऐसे समय में पाक सीमा पर पहुंचे थे, जब दोनों देशों के बीच हालात बिगड़ने लगे थे। भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को काफी नुकसान पहुंचा, हालांकि इसका पीके शॉ की रिहाई पर कोई असर नहीं पड़ा।
बीएसएफ जवान पीके शॉ पंजाब के फिरोजपुर बॉर्डर से पाकिस्तान चले गए थे। वे मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। इस मामले को लेकर पीके शॉ की पत्नी रजनी साहू काफी परेशान थीं। वे अपने पति की रिहाई के लिए चंडीगढ़ पहुंची थीं। यहां उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात की थी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। भारत ने इसका बदला ऑपरेशन सिंदूर के जरिए लिया। इसमें पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। Bharat-Pak War