चंडीगढ़, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर पंजाब के सभी गांवों में ‘नल जल मित्र प्रोग्राम’ जल्द शुरू किया जा रहा है।
जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग ने कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सहयोग से ‘नल जल मित्र’ लिए एक मल्टी स्किल का कोर्स विकसित किया है। कोर्स करने वाले से कोई फीस नहीं ली जाएगी। इसका खर्च सरकार उठाएगी।
जलापूर्ति एवं सेनिटेशन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने कहा कि इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य गांवों के स्थानीय लोगों को कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रदान करना है ताकि वे जल सप्लाई योजनाओं को बढ़िया ढंग से चला सकें। इस कोर्स को पूरा करने वाला व्यक्ति छोटी मरम्मत और संभाल करने में सक्षम बन सकता है। कोर्स करने वाले व्यक्ति को ग्रामीण स्तर पर ही रोजगार मिलने की संभावना होगी।
यह कोर्स 510 घंटे का है। ‘नल जल मित्र प्रोग्राम’ से पंजाब के लगभग 12000 गांवों की ग्राम पंचायतों में ग्राम स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए स्थानीय लोगों को तकनीकी शिक्षा विभाग से प्लंबिंग, बिजली के काम, पंप संचालन आदि में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण प्रोग्राम को इसी साल मार्च तक शुरू करने की योजना है।
इस प्रशिक्षण प्रोग्राम के लिए गांवों की ग्राम पंचायतें अपनी जल सप्लाई योजना के रख-रखाव काम के लिए एक स्थानीय व्यक्ति को नामित करेंगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत से कम से कम एक व्यक्ति को ‘नल जल मित्र’ प्रशिक्षित करने की व्यवस्था है।
जिक्र योग्य है कि जल जीवन मिशन तहत हर ग्रामीण घर तक पानी की उपलब्धता करवाई जा रही है। पंजाब के ज्यादातर गांवों में ग्राम पंचायतें जल और स्वच्छता कमेटी (जी.पी.डब्ल्यू.एस.सी) से जलापूर्ति योजनाओं के रखरखाव और प्रबंधन का कार्य करती है। इन योजनाओं का लंबे समय तक ठीक ढंग से चलते रहने के लिए स्थानीय स्तर पर कौशल मानव संसाधनों की उपलब्धता आवश्यक है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए पंजाब के सभी गांवों में ‘नल जल मित्र प्रोग्राम’ लागू किया जाना है।