पीड़ित दंपती करीब एक घंटे तक आरोपियों के चंगुल में रहा। इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि 21 अक्टूबर को हुई हैवानियत की इस घटना को पुलिस ने छिपाए रखा, ताकि 23 अक्टूबर को रीवा में होने वाले क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में खलल न पड़े। अब पुलिस ने दंपती के साथ हैवानियत करने वाले आठों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि रीवा में हैवानियत का शिकार बने दंपती की शादी छह महीने पहले ही हुई थी। इससे पहले दोनों कॉलेज में साथ में पढ़ते थे। 21 अक्टूबर को दोनों पति-पत्नी खुशी-खुशी पिकनिक मनाने के लिए घर से निकले और भैरव बाबा पहाड़ी पर पहुंचे। जहां, दोनों भैरव बाबा मंदिर से कुछ दूरी पर एक चट्टान के पीछे बैठ गए। कुछ देर बाद दंपत्ति से कुछ दूरी पर पार्टी कर रहे पांच युवकों ने उन्हें घेर लिया। उन्होंने युवक को पकड़ लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी और धमकी देने लगे। इनमें से कुछ लोगों ने उसकी पत्नी को पकड़ लिया और दूसरी तरफ ले जाकर उसकी भी पिटाई की। Madhya Pradesh
एक महिला के साथ उसके पति के सामने पांच लोगों ने दुष्कर्म किया। लेकिन पुलिस ने मामले को सिर्फ इसलिए दबाए रखा क्योंकि 23 अक्टूबर को शहर में क्षेत्रीय सम्मेलन होना था। इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत कई मंत्री और देश के उद्योगपति शामिल होने वाले थे। ऐसे में अपनी साख बचाने के लिए पुलिस ने मामले को दो दिन तक छिपाए रखा।
गैंगरेप की दिल दहला देने वाली घटना में शामिल आठ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से पांच आरोपियों ने महिला के साथ दुष्कर्म किया था, जबकि तीन अन्य आरोपियों ने उनका साथ दिया था। गिरफ्तार आरोपियों में सुशील कोरी, रावेश कुमार गुप्ता, राजेंद्र कोरी, दीपक कोरी, गरुड़ कोरी, लवकुश कोरी, रामकिशन कोरी और रजनीश कोरी शामिल हैं। पुलिस आरोपियों से घटना के बारे में पूछताछ कर रही है। Madhya Pradesh
आरोपियों ने शुरुआती पूछताछ में पुलिस को बताया कि 21 अक्टूबर को हम लोग पहाड़ी पर पार्टी कर रहे थे। हमने शराब पी, गांजा पिया और लिट्टी चोखा बनाकर खाया। इसी दौरान बाइक सवार एक लड़का और लड़की वहां आए और एक चट्टान के पीछे बैठ गए। इसके बाद हमने लड़के की पिटाई की और लड़की के साथ गलत काम किया। करीब एक घंटे बाद हमने उन्हें छोड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक पीड़ित महिला के पति ने बताया कि अभी हमारी शादी को छह महीने भी नहीं हुए हैं। 21 अक्टूबर को हम लोग एक चट्टान पर बैठकर बातें कर रहे थे। इसी दौरान अचानक आरोपियों ने हमें घेर लिया और पीटना शुरू कर दिया। उन दरिंदों ने मेरे सामने मेरी पत्नी के साथ दुष्कर्म किया और मैं कुछ नहीं कर सका। मैं बेबस होकर बस देखता रहा, इससे अच्छा तो मैं मर जाता।
पीड़िता ने कहा कि पांच आरोपियों ने अचानक हमें घेर लिया था। हमने भागने की कोशिश की तो वे हमें पीटने लगे। हम उनके सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उन्होंने हमें नहीं छोड़ा। पांचों आरोपियों ने मेरे साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। बाद में उन्होंने कहा कि तुम लोग चाहे पुलिस के पास जाओ या कलेक्टर के पास, कोई हमारा कुछ नहीं कर पाएगा। यह हमारा रोज का काम है। Madhya Pradesh