सहारनपुर : नन्हे चैम्पियन की अनोखी उपलब्धि जिसने शहर को बहुत गौरवान्वित किया है। महानगर के खलासी लाइन मोहल्ले के रहने वाले कक्षा 6 के छात्र 10 वर्षीय अभिनव चौधरी ने उत्तर प्रदेश बैडमिंटन चैंपियनशिप 2024 जूनियर अंडर-11 वर्ग में सब में स्वर्ण पदक जीता है। उम्र से पहले ही इस प्रतिभावान खिलाड़ी ने एक साल पहले ही बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। जो अब तेजी से आगे बढ़ता हुआ राष्ट्रीय स्तर पर अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने लगा है।
उत्तर प्रदेश के जनपद सहारनपुर में कक्षा 6 के छात्र ने ऐसी उड़ान भरी है जिसके बारे में सुनते ही हर कोई हैरत में है। जी हां 10 साल छात्र ने सिर्फ राज्य स्तर की बैडमिंटन चैम्पियनशिप में गोल्ड मैडल जीता है बल्कि नेशनल टीम में जगह बना ली है। ख़ास बात ये है कि 10 साल के छात्र अभिनव ने यह उपलब्धि केवल एक साल में हासिल की है। यानि अभिनव चौधरी ने पिछले 1 साल से बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। अभिनव ने लखनऊ में आयोजित जूनियर अंडर- 11 उत्तर प्रदेश बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2024 में गोल्ड मैडल जीत कर अपने माता-पिता को शहर का नाम रोशन किया है। उत्तर प्रदेश में गोल्ड जीतने के बाद अभिनव अब अंडर-13 में रनअप कर रहा है।
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आपको बता दें कि महानगर सहारनपुर के थाना सदर बाजार इलाके की खलासी लाइन निवासी सुधीर चौधरी का 10 साल का बेटा अभिनव कक्षा 6 में पढता है। अभिनव चौधरी ने एक साल पहले बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। अभिनव चौधरी के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने जिला चैंपियनशिप में खेलने का मौका दिया था। जिला स्तर पर हुई इस चैम्पियनशिप में अभिनव ने प्रतिद्वंदी को परास्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया था। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में नन्हे चैम्पियन के प्रदर्शन को देखते हुए अभिनव का चयन स्टेट चैंपियनशिप के लिए कर लिया गया। लखनऊ में आयोजित स्टेट चैंपियनशिप में इस नन्हे चैम्पियन ने प्रथम स्थान हासिल कर गोल्ड मैडल जीता है। अभिनव के गोल्ड मैडल जीतने के बाद परिवार और शुभचिंतकों में जश्न का माहौल बना हुआ है।
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नन्हे चैम्पियन अभिनव चौधरी ने बताया कि बचपन से ही उसकी रूचि बैडमिंटन खेलने में थी। अब वह ओलंपिक में खेलना चाहता है। अपनी हालिया जीत के साथ, अभिनव ने अब राष्ट्रीय मंच पर अपनी नजरें जमा ली हैं। उनके कोच और परिवार उन्हें ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने के उनके सपने को साकार करने में मदद करने के लिए सर्वोत्तम संभव प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। खास बात ये है कि अभिनव चौधरी पढ़ाई में भी हमेशा प्रथम आते हैं। बैडमिंटन खेल में रुचि को देखते हुए अभिनव के माता-पिता ने उसके लिए हर संभव प्रयास किया। यही वजह है कि अभिनव चौधरी ने अंडर-11 बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड जीत कर नेशनल चैम्पियनशिप में जगह बना ली है।
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अभिनव की शीर्ष तक की यात्रा जिला-स्तरीय चैंपियनशिप जीत के साथ शुरू हुई, जिसने उन्हें राज्य-स्तरीय प्रतियोगिता में स्थान दिलाया। उन्होंने प्रभावशाली ढंग से प्रतिष्ठित लखनऊ अकादमी के खिलाड़ियों को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। उनका परिवार उनकी उपलब्धि पर बहुत खुश है, खासकर उनकी समानांतर शैक्षणिक उत्कृष्टता को देखते हुए।अभिनव के पिता सुधीर चौधरी ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरा बेटा इतनी कम उम्र में इतनी उपलब्धि हासिल करेगा।” “हमने हमेशा बैडमिंटन के प्रति उनके जुनून को प्रोत्साहित किया है और उनके समर्पण का फल मिला है।”
अभिनव के पिता सुधीर चौधरी बताते हैं कि अभिनव शाम के समय रोजाना बैडमिंटन खेलने के लिए पार्क में जाता था। अभिनव ने एकेडमी में जाने की जिद्द की थी। बच्चे की जिद्द और बैडमिंटन में बढ़ती रूचि को देखते हुए अभिनव का दाखिला एकेडमी में करा दिया। अभिनव के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उसको जिला स्तरीय प्रतियोगिता में मौका मिला और उसने प्रथम स्थान प्राप्त कर सबको चौंका दिया। जिसके बाद अभिनव ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और स्टेट चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया। जहां पहले राउंड से ही अच्छा प्रदर्शन करते हुए अभिनव ने लखनऊ एकेडमी के खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया। जिसके कारण परिवार में खुशी का माहौल है। अभिनव चौधरी के गोल्ड मेडल जीतने के बाद अब उसको नेशनल लेवल पर खेलने का मौका मिला है।