Kairana Loksabha Election : कैराना में दिखा त्रिकोणीय मुकाबला, युवाओं ने चुप-चाप किया मतदान, गुणा-भाग में जुटे प्रत्याशी

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Kairana Loksabha Election : कैराना में दिखा त्रिकोणीय मुकाबला, युवाओं ने चुप-चाप किया मतदान, गुणा-भाग में जुटे प्रत्याशी

Published By Special Desk News14Today..

Kairana Loksabha Election : देश की सबसे बड़ी पंचायत के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ लाइन सुबह से लगी रही। पश्चमी यूपी में सहारनपुर के बाद हॉट मानी जाने वाली कैराना लोकसभा सीट पर दिलचस्प चुनावी घमाशान हुआ।

कैराना सीट जहां भाजपा से मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी मैदान में हैं। वहीं सपा-कांग्रेस गठबंधन से मरहूम मुन्नवर हसन की बेटी और कैराना विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक नाहिद हसन की बहन इकरा हसन चुनाव लड़ रही हैं।

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कैराना से सपा प्रत्याशी इकरा हसन व भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी

जबकि बसपा से श्रीपाल राणा दलित-मुस्लिम और राजपूत समाज के बल बुते अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। समीकरणों और आकंड़ो के मुताबिक़ इकरा हसन और भाजपा के प्रदीप चौधरी के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। बसपा प्रत्याशी श्रीपाल राणा बसपा के कैडर वोट के साथ राजपूत और मुस्लिम वोट बैंक को लेकर खुद को मजबूत मान रहे हैं। जिसके चलते कैराना में मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। जिसमें बढ़त भाजपा के प्रदीप चौधरी की देखी जा रही है।

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आपको बता दें कि कैराना लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रदीप चौधरी, सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी इकरा हसन, बसपा के श्रीपाल राणा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की बात कही जा रही है। कम मतदान प्रतिशत ने सबके गणित को बिगाड़ दिया है। रही सही कसर साइलेंट मतदान ने पूरी की है। यानि इस बार कैराना सीट पर मतदाता चुप-चाप मतदान कर रहा है। बसपा प्रत्याशी श्रीपाल राणा को राजनीती में नया चेहरा होने के चलते नुक्सान झेलना पड़ सकता है।

राजनितिक विश्लेषकों के मुताबिक़ मुख्य मुकाबला भाजपा और गठबंधन के बीच रहने वाला है। प्रदीप चौधरी और इकरा हसन के बीच कांटे की टक्कर देखि जा रही है। जबकि इस सीट पर 6 निर्दलीय समेत 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान किस्मत आज़मा रहे हैं। जातीय समीकरण के आधार पर निर्दलीय और अन्य प्रत्याशी कहीं ना कहीं प्रमुख दलों का खेल बिगाड़ सकते हैं। Kairana Loksabha Election

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2024 के इस लोकसभा चुनाव में कैराना लोकसभा सीट पर शुक्रवार को हुए मतदान में 61.87 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। अपने वोट का इस्तेमाल कर 14 प्रत्याशियों की किस्मत को मतपेटियों में कैद कर दिया। लोकसभा क्षेत्र में 893 मतदान केंद्र के 1750 बूथों पर शांतिपूर्वक मतदान हुआ।

मतदान के दौरान सभी केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। मतदान के दिन प्रेक्षक से लेकर डीएम और एसपी भी मतदान का जायजा लेते रहे। कैराना लोकसभा सीट की यदि बात की जाए तो सबसे अधिक नकुड़ विस सीट पर 70.03 तो गंगोह में 63.88 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा शामली में सबसे कम 55.45 प्रतिशत मतदान हुआ। थानाभवन में 57.98, कैराना में 57.02 प्रतिशत मतदान हुआ। Kairana Loksabha Election

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कैराना सीट पर मुख्य दलों के प्रत्याशी मतदान खत्म होते ही गुणा-भाग में जुट गए हैं। जबकि वोट डालने के बाद भी मतदाता चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि जनता जनार्दन की जुबान पर भाजपा के प्रदीप चौधरी को बढ़त बताते हुए सपा की इकरा से कांटे की टक्कर बता रहे हैं। वहीं बसपा के श्रीपाल राणा को तीसरे नंबर बताया जा रहा है। उधर गुणा-भाग के बाद भाजपा अपने कोर वोट के अलावा मुस्लिम, दलित और जाट वोटरों के सहारे खुद को मजबूत मानकर चल रही है। ज्यादातर मुस्लिम वोट पहले से ही समाजवादी का कैडर वोट माना जाता है। इसके अलावा कश्यप, ठाकुर, जाट, गुर्जर और अन्य मतदाताओं का वोट मिलने का दावा कर रही है। Kairana Loksabha Election

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19 अप्रैल को प्रथम चरण के लोकतंत्र महापर्व में आहुति देने वाले युवाओं में सबसे ज्यादा उत्साह देखने को मिला। कैराना लोकसभा सीट की यदि बात की जाए तो यूथ, किसी भी बूथ को मजबूत करने की क्षमता रखता है। जिसका प्रमुख कारण यह है कि सीट पर 8.66 लाख मतदाता 18 – 39 की उम्र के बीच हैं। जिन्हें अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा से लेकर सपा, बसपा और अन्य प्रत्याशियों ने भी पूरी जान लगाई हुई थी।

अब देखना यह ये दिलचस्प होगा कि युवाओं का रुक किस प्रत्याशी की ओर रहने वाला है। जीत का सेहरा किसके सर बंधेगा ये तो 4 जून को मतगणना के बाद चल पायेगा। राहुल गांधी अपनी नीतियों से युवाओं को रिझाने में कितने सफल हुए हैं या फिर पीएम मोदी को युवाओं को लुभाने में सफलता मिलती है। Kairana Loksabha Election

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