प्रयागराज : इंटर बोर्ड परीक्षा 2025 में सफलता हासिल करने वाले सभी होनहार छात्र संपन्न परिवारों से नहीं आते हैं, बल्कि कई गरीब परिवारों से भी हैं। प्रयागराज की रहने वाली इंटर की टॉपर महक जायसवाल एक ऐसा नाम है, जिसकी गरीबी की बेड़ियां उसे सफलता हासिल करने से नहीं रोक सकीं। महक के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और वह एक ढाबे में काम करते हैं। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद बड़ा भाई भी पिता के साथ काम पर चला जाता है। यही वजह है कि महक ने कम संसाधनों में बिना किसी कोचिंग की मदद के सेल्फ स्टडी के बल पर प्रदेश में सफलता हासिल की है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने शुक्रवार को 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए। प्रयागराज के बच्चाराम यादव इंटर कॉलेज भुलई का पुरा की छात्रा महक जायसवाल ने इंटरमीडिएट में टॉप किया है। महक को 500 में से 486 अंक यानी 97.20 प्रतिशत अंक मिले हैं। महक के पिता शिवप्रसाद जायसवाल कोखराज स्थित जायसवाल ढाबे पर काम करते हैं। 97.2 प्रतिशत अंक लाने वाली महक ने बिना कोचिंग लिए सेल्फ स्टडी के जरिए रोजाना 7 से 8 घंटे पढ़ाई कर यह मुकाम हासिल किया है।
इसके लिए महक के मजदूर पिता ने हमेशा बच्चों का मनोबल बढ़ाया और कहा कि बेटी तुम अच्छे से पढ़ाई करो, पैसों की चिंता मत करो। हम मेहनत करके तुम्हें पढ़ाएंगे, तुम जितना चाहो पढ़ सकती हो। यही वजह रही कि परिवार के पूरे सहयोग के चलते मुझे अंदर से प्रेरणा मिली कि मुझे अपने परिवार के लिए कुछ बेहतर और बड़ा करना है। अपनी सफलता का मंत्र बताते हुए महक ने कहा कि हमने जो भी पढ़ा, उसे ठीक से पढ़ा। कॉन्सेप्ट को ठीक से क्लियर किया और जो नहीं आता था, उस पर ज्यादा ध्यान दिया। यह सोचकर कि जो नहीं आता है, वही सबसे ज्यादा जरूरी है। बार-बार नोट्स बनाकर उसे रिवाइज किया। हमने पढ़ाई के घंटे ज्यादा नहीं रखे। मैंने नियमित रूप से 7 से 8 घंटे तक पढ़ाई की, जिसका परिणाम यह हुआ कि मैं अच्छे अंक लाने में सफल रहा।