लखनऊ : राजधानी लखनऊ में सीएम योगी आवास पर सोमवार को उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब एक महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया। महिला ने अपने ऊपर न सिर्फ तेल छिड़क लिया बल्कि माचिस से आग लगाने की कोशिश की। लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस और सुरक्षा कर्मियों ने महिला को पकड़ लिया और थाने ले गई। महिला का आरोप है कि उसने अपना पुराना मकान बेचकर मिले पैसे एक जालसाज़ को दे दिए, जो अब पैसे वापस नहीं कर रहा है। मकान पाने की चाहत में हरदोई की एक महिला धोखाधड़ी का शिकार हो गई। महिला हरदोई के कप्तान के पास शिकायत लेकर गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़िता सोमवार को अपने पति और बच्चों के साथ सीएम आवास के सामने पहुँची और ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
आपको बता दें कि पीड़ित महिला कस्बा पिहानी जनपद हरदोई की रहने वाली है। जिसका नाम रोली कश्यप है। महिला का कहना है कि उन्होंने अपना पुश्तैनी मकान बेचा था। इस दौरान हरदोई के विक्की मिश्रा उर्फ विवेक ने उन्हें लखनऊ में मकान दिलाने का झांसा दिया था। मकान दिलवाने के नाम पर उसने 60 लाख रुपये ले लिए थे, लेकिन अब मकान दिलाने में टालमटोल करने लगा। जब उसने पैसे वापस मांगे, तो कुछ पैसे वापस कर दिए गए, लेकिन लगभग 26 लाख रुपये अभी भी बकाया हैं।
महिला रोली कश्यप के मुताबिक, उन्होंने 60 लाख रुपये का सारा लेन-देन ऑनलाइन किया था। जब उन्हें मकान और पैसे नहीं मिले, तो उन्होंने कई बार विक्की मिश्रा से संपर्क किया, लेकिन विक्की और उसके साथी अब पैसे मांगने पर उन्हें धमका रहे हैं। जब उन्होंने इस संबंध में हरदोई पुलिस कप्तान से गुहार लगाई, तो मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया और अब मामले को टाला जा रहा है। रोली का कहना है कि हमारी जमा-पूंजी ठग ली गई है। ऐसे में हम अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुँचाना चाहते हैं।
रोली के पति संदीप कश्यप का कहना है कि पैसे मिलने के बाद आरोपी विक्की मिश्रा काफी समय तक मकान दिलाने का आश्वासन देता रहा। ऐसे में जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ, तो उन्होंने पैसे मांगे, तो आरोपी ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। पुलिस से शिकायत करने के बाद अब विक्की मिश्रा हमें धमका रहा है और कह रहा है कि वह पुलिस से मामला सुलझा लेगा। हालाँकि, गौतमपल्ली पुलिस दंपत्ति और उनके बच्चों को हरदोई भेजने की तैयारी कर रही है।
वहीं, राजधानी लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास के बाहर पिछले 8 सालों में आत्महत्या और आत्मदाह के प्रयासों के आधा दर्जन से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ये मामले सामाजिक और प्रशासनिक समस्याओं से जुड़े हैं, जिनमें संपत्ति विवाद, पुलिस की निष्क्रियता और व्यक्तिगत परेशानियाँ शामिल हैं। इन मामलों ने प्रशासन और समाज के सामने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। इन आठ सालों में एक व्यक्ति की आत्मदाह से मौत हो गई, जबकि 8 अन्य ने आत्मदाह या ज़हर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। Lucknow News