गाजीपुर : जेल में अवैध पीसीओ मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन ने कार्रवाई करते हुए गाजीपुर जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह को भी निलंबित कर दिया है। अब मऊ जेल अधीक्षक आनंद शुक्ला गाजीपुर जिला जेल की कमान संभालेंगे। इससे पहले जेलर राकेश कुमार वर्मा और डिप्टी जेलर सुखवती देवी को भी निलंबित किया जा चुका है।
गाजीपुर जिला जेल में बंद एक कैदी ने मोबाइल कॉल के जरिए मामले के गवाह को पैसे देकर प्रभावित करने की कोशिश की थी। इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए शासन ने जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है। अब मऊ जेल अधीक्षक आनंद शुक्ला को दोनों जेलों की जिम्मेदारी दी गई है। डीएम आर्यका अखौरी ने इसकी पुष्टि की है।
कैदियों को दी जा रही थी वीआईपी ट्रीटमेंट।
मामले में जेलर और डिप्टी जेलर पहले ही हो चुके हैं निलंबित।
डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की थी। इसे देखते हुए जेलर राकेश कुमार वर्मा और डिप्टी जेलर सुखवती देवी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। शिकायत के बाद मामले की जांच डीआईजी जेल ने की थी। जांच में यह भी पता चला कि जेल में अनियमितताओं के चलते कैदियों को विशेष सुविधाएं और वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा था। जिसके बदले में पैसे लिए जा रहे थे।