सहारनपुर : सहारनपुर के सदर बाज़ार थाना पुलिस ने फर्जी डिग्रियाँ बनाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस और निगरानी की संयुक्त टीम ने पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से फर्जी डिग्रियाँ और मार्कशीट बरामद की हैं। गिरफ्तार किया गया गिरोह न केवल सहारनपुर में, बल्कि देश भर के कई राज्यों में भी सक्रिय था। गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर बेरोजगार और भोले-भाले लोगों को स्कूल-कॉलेजों में दाखिला दिलाने का झांसा देकर फर्जी डिग्रियाँ और मार्कशीट तैयार करते थे। इस साजिश के तहत, वे छात्रों से मोटी रकम लेकर उन्हें बिना कोई परीक्षा दिए ही फर्जी डिग्रियाँ और मार्कशीट थमा देते थे। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उनके साथी लखनऊ, दिल्ली, मेरठ, नागालैंड, उत्तराखंड और अन्य जगहों पर हैं और उन्हें फर्जी डिग्रियाँ और मार्कशीट मुहैया कराते हैं।

एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि पुलिस को फर्जी डिग्रियाँ और मार्कशीट बनाने वाले एक गिरोह के बारे में शिकायतें मिल रही थीं। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सदर बाजार थाना पुलिस ने फर्जी डिग्री रैकेट का भंडाफोड़ करने की योजना बनाई। योजना के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पांच आरोपियों पर्वत कुमार, रिंकू कुमार, सिद्धार्थ शंकर, जसवीर सिंह और अक्षय देव को गिरफ्तार किया। एसपी सिटी ने बताया कि गोविंद नगर निवासी अश्विनी कुमार पुत्र कुंवर सिंह ने भी सदर बाजार थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में अश्विनी कुमार ने बताया कि रिंकू कुमार और जसवीर सिंह ने फर्जी मार्कशीट और डिग्री देने के नाम पर उनसे 70,000 रुपये की ठगी की है।
एसएसपी ने गिरोह को पकड़ने के लिए टीमें गठित कीं। टीम ने महज 12 घंटे में पूरे गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके गिरोह में देश भर में 100 से ज़्यादा लोग शामिल हैं। ये लोग एक समूह बनाकर स्कूल-कॉलेजों में दाखिला दिलाने के नाम पर बेरोजगार और मासूम छात्रों को फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करते थे। साजिश के तहत, ये छात्रों से मोटी रकम वसूलते थे और फिर बिना कोई परीक्षा दिए फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार कर देते थे। लखनऊ, दिल्ली, मेरठ, नागालैंड, उत्तराखंड और अन्य स्थानों पर रहने वाले आरोपी के अन्य साथी फर्जी डिग्रियां और मार्कशीट तैयार करके उन्हें मुहैया कराते थे।
नगर पुलिस अधीक्षक (एसपी) व्योम बिंदल ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि ये लोग भोले-भाले छात्रों को फर्जी डिग्रियां और मार्कशीट का झांसा देकर उनसे मोटी रकम ऐंठते थे। पुलिस ने पांचों डिप्टी कमिश्नरों को गिरफ्तार कर लिया है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। पुलिस ने 240 फर्जी डिग्रियां, चार लैपटॉप, नौ मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है। बिलाल और अन्य को आज जेल भेजा जा रहा है। Saharanpur News

