सहारनपुर : बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने गुरुवार को बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ स्थित कांशीराम स्थल पर एक विशाल रैली को संबोधित किया। अपने संबोधन में बसपा सुप्रीमो मायावती ने न सिर्फ समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए बल्कि कांग्रेस पार्टी पर भी जुबानी हमला बोला। हालांकि, बसपा सुप्रीमो भाजपा के प्रति नरम नजर आईं। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने लगातार बाबा साहब के संविधान का अपमान किया और कभी उसका सम्मान नहीं किया।
अब कांग्रेस के सदस्य संविधान की प्रतियां हाथ में लेकर नाटक कर रहे हैं। बसपा सुप्रीमो के इस बयान से कांग्रेस खेमे में खलबली मच गई है। सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने मायावती पर पलटवार किया है। इमरान मसूद ने कहा कि दलित समाज के लिए सबसे ज्यादा काम कांग्रेस ने किया है। उन्होंने ज़मीन के पट्टे, आरक्षण और एससी/एसटी एक्ट की याद दिलाई है।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि “आप कांग्रेस पर हमला क्यों कर रहे हैं? हमला उस पार्टी पर होना चाहिए जो सत्ता में है। हमला उन पर होना चाहिए जिनके शासनकाल में इतिहास में एक काला दिन दर्ज हुआ। देश एक दलित मुख्य न्यायाधीश को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। उन पर जूता फेंका गया। सिर्फ़ उनका अपमान करने के लिए सोशल मीडिया पर ऐसी विचारधारा का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसे सभ्य समाज में किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। जिनके शासनकाल में दलित उत्पीड़न के मामले चरम पर हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न का 26 प्रतिशत हिस्सा है।”
उन्होंने कहा, “जिस तरह से उत्पीड़न के नाम पर दलितों पर अत्याचार और उनकी हत्या की जा रही है, उसका कोई ज़िक्र नहीं है। संविदा के नाम पर नौकरियां छीनी जा रही हैं, इसमें किसका नुकसान हो रहा है? शिक्षा के अधिकार से वंचित बाबा साहेब का सपना था कि सबको शिक्षा मिले। लेकिन उन्हें शिक्षा से वंचित करने का नया तरीक़ा निकाला गया है। शिक्षा इतनी महंगी कर दो कि आम आदमी की पहुँच से बाहर हो जाए। पिछले दस सालों में शिक्षा 100 गुना महंगी हो गई है।”
इमरान मसूद ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती से सवाल करते हुए कहा, “क्या इस बात पर आपका ध्यान नहीं गया बहनजी? कांग्रेस पार्टी से आपकी दुश्मनी क्या है? कांग्रेस ने हमेशा भूमिहीनों को पट्टे दिलाने का काम किया है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सपनों को साकार करने वाली कांग्रेस ही थी। बाबू जगजीवन राम को सरकार में शामिल करके सभी आरक्षण सुनिश्चित करने वाली कांग्रेस ही थी। आप उस योगदान को भूल जाते हैं। दलितों के पास ज़मीन नहीं थी और कांग्रेस ने भूमिहीनों को मुफ़्त पट्टे देकर ज़मीन का अधिकार दिया।
अब आप कांग्रेस पार्टी को दोष दे रहे हैं। दलितों पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए ही कांग्रेस ने एससी/एसटी एक्ट बनाया। आप कांग्रेस पार्टी को कैसे दोष दे सकते हैं? मुझे समझ नहीं आता कि आप बीजेपी की तारीफ़ क्यों कर रहे हैं। लेकिन जिस मिशन आंदोलन की शुरुआत बाबा साहब ने की और जिसे माननीय काशीराम ने जारी रखा। वह मिशन आंदोलन किसी भी तरह से भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से मेल नहीं खाता।”