बुलंदशहर : बुलंदशहर के राधा स्वामी सत्संग ब्यास में दो नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। 75 वर्षीय आरोपी मुख्य सेवादार मोहनलाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों लड़कियां सत्संग भवन में खेलने जाती थीं। सेवादार छात्राओं को प्रसाद की मीठी गोलियां खिलाकर नशीला पदार्थ खिलाता था। छात्राएं जब बेहोश हो जाती थीं तो उनके साथ दुष्कर्म करता था। एक लड़की छठी और दूसरी सातवीं में पढ़ती है। आरोपी 8 महीने से गंदी हरकत कर रहा था।
मामला तब सामने आया जब एक लड़की के पेट में दर्द हुआ। जांच कराने पर पता चला कि वह गर्भवती है। पूछने पर उसने पूरी बात अपने परिजनों को बताई। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। दोनों लड़कियों को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पुलिस को शक है कि सेवादार ने अन्य लड़कियों को भी अपना शिकार बनाया है। पुलिस ने आश्रम में आने वाली लड़कियों और उनके अभिभावकों से पूछताछ शुरू कर दी है। वहां आने वाली महिलाओं से भी बात की जा रही है। Bulandshahar
आरोपी सेवादार और दोनों पीड़ित लड़कियां एक ही गांव चांदपुर पूठी की रहने वाली हैं। घटना भी यहीं हुई। एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने बताया कि आश्रम में सेवादार ने दो नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म किया है। इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लड़कियों का मेडिकल कराया जा रहा है। दोनों लड़कियां अलग-अलग परिवारों से हैं और गांव के अलग-अलग स्कूलों में पढ़ती हैं। लड़कियों का घर आश्रम के ठीक सामने है। इसलिए वे खेलने के लिए आश्रम जाती थीं।
परिजनों का आरोप है कि सेवादार करीब 8 महीने तक दोनों छात्राओं को मीठी गोलियों के नाम पर नशीली दवाएं खिलाता रहा। फिर उनके साथ दुष्कर्म करता रहा। एक छात्रा के परिजनों ने बताया कि बेटी ने पेट दर्द की शिकायत की तो वे उसे अल्ट्रासाउंड सेंटर ले गए। जांच में बेटी 4 महीने की गर्भवती पाई गई। परिजनों ने छात्राओं से मामले की जानकारी ली। दोनों छात्राओं के परिजन थाने पहुंचे। आरोपी सेवादार के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज कराई गई। Bulandshahar
लड़की के परिजनों ने बताया कि सेवादार की उम्र 75 साल है, जिस कारण कोई उस पर शक नहीं करता था। गांव के कई परिवारों के बच्चे अक्सर सत्संग भवन में खेलने जाते थे। सत्संग के दौरान महिलाएं भी वहां जाती थीं। वहां सेवादार के व्यवहार से कभी नहीं लगा कि वह सत्संग भवन के अंदर दुष्कर्म जैसा जघन्य अपराध कर सकता है। पीड़िता के भाई ने अपनी शिकायत में बताया- मेरी बहन करीब 13 साल की है। वह इंडियन पब्लिक स्कूल में कक्षा 6 में पढ़ती है। कुछ समय पहले उसके साथ गंभीर घटना घट चुकी है।
मेरे गांव में राधास्वामी सत्संग भवन जो हमारे घर के पास ही है, उसका केयरटेकर मोहनलाल बच्चों को साइकिल चलाना सिखाने के बहाने सत्संग भवन में बुलाता था। वह मेरी बहन को भी साइकिल चलाना सिखाने के लिए बुलाता था और उसे कुछ दवाइयां खाने के लिए मजबूर करता था। मेरी बहन बार-बार मना करती थी, लेकिन वह उसे जबरन दवाइयां खिला देता था। इससे मेरी बहन होश खो बैठती थी और उसे चक्कर आने लगते थे। इस दौरान मोहनलाल ने मेरी बहन के साथ कई बार गलत काम किया। Bulandshahar
यह घटना करीब 6-7 महीने पहले की है, जब मोहनलाल ने मेरी बहन को नशीली गोलियां खिलाईं और उसके साथ गलत काम किया। डर के कारण मेरी बहन ने हमें समय पर यह बात नहीं बताई। हाल ही में जब मेरी पत्नी रूबी ने पूछताछ की, तो मेरी बहन ने मुझे पूरी घटना बताई। एक लड़की के चाचा ने शिकायत में बताया- मेरी भतीजी 13 साल की है। वह कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में 7वीं कक्षा में पढ़ती है। मोहनलाल मेरे गांव के सामने स्थित राधास्वामी सत्संग भवन में केयरटेकर का काम करता है। वह बच्चों को साइकिल चलाना सिखाने के बहाने सत्संग भवन में बुलाता था। इसी तरह उसने मेरी भतीजी को भी साइकिल चलाना सिखाने के लिए बुलाया। सेवादार अक्सर मेरी भतीजी को खाने की ऐसी चीजें देता था, जिसमें कुछ मिला होता था, जिससे वह बेहोश हो जाती थी। इसके बाद मोहनलाल उसके साथ गलत काम करता था।
यह करीब 4-5 महीने पहले की बात है, जब मोहनलाल ने लड़की को नशीली गोलियां खिलाईं और उसके साथ कई बार गलत काम किया। डर और धमकी के कारण लड़की ने हमें यह बात समय पर नहीं बताई। हाल ही में जब लड़की का पेट बढ़ने लगा तो पूछने पर उसने पूरी घटना बताई। इस घटना के बाद मैंने अपने पिता अशोक को इस बारे में बताया और हम तुरंत डॉक्टर के पास गए। डॉक्टर ने बताया कि लड़की करीब 4 महीने की गर्भवती है। Bulandshahar
जेल जाने से पहले मोहनलाल ने दैनिक भास्कर से अपना गुनाह कबूल किया। उसने बताया कि दोनों लड़कियां करीब 6-7 महीने पहले आश्रम में आने लगी थीं। वे मेरी साइकिल उधार लेकर ले जाती थीं, ताकि उसे चलाना सीख सकें। जब वे साइकिल लौटाने आती थीं, तो मैं उन्हें चाय बनाने वाले कमरे में ले जाता था। करीब चार-पांच महीने पहले मैंने उनके साथ दो-तीन बार दुष्कर्म किया होगा। इसके बाद लड़कियों ने आश्रम आना बंद कर दिया। लड़कियों ने कभी इसका विरोध नहीं किया।
यह भी सामने आया कि पूरा मामला लड़कियों को गलत तरीके से छूने से शुरू हुआ। लड़कियां अच्छे-बुरे की समझ नहीं रखती थीं, इसलिए वे सेवादार की हरकतों को नहीं समझ पाती थीं। सेवादार उन्हें गलत तरीके से छूता था, लेकिन वे इसे ‘अपमानजनक’ समझती रहती थीं। Bulandshahar