घोड़ों के बाद बटेश्वर में ऊंट मेला भी भर गया है। मेले में बाड़मेरी, सांचोरी, जैसलमेरी, नागौरी आदि प्रजाति के ऊंटों की खरीददारी शुरू हो गई है। बटेश्वर मेले में उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान से ऊंट व्यापारी पहुंच गए हैं। खच्चर मेले में मंगलवार को दूसरे दिन भी खच्चरों की आवक जारी रही।
बड़ी संख्या में पहुंचे खच्चरों की बिक्री भी शुरू हो गई है। घोड़े, ऊंट और खच्चरों की खरीद-फरोख्त करने वाले व्यापारी किसान पंजीकरण का इंतजार कर रहे हैं। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी उमेश चंद ने बताया कि रजिस्ट्री बुक वितरित कर दी गई हैं। बुधवार से पंजीकरण शुरू हो जाएंगे।
बटेश्वर मेले में वाहन से उतारते-चढ़ाते मवेशी घायल हो रहे हैं। इसके अलावा मौसम में गर्मी और ठंड के कारण निमोनिया का खतरा बढ़ गया है। उद्घाटन तक पशु मेले में उपचार के लिए टेंट भी नहीं लग पाए हैं। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. धर्मशीला ने बताया कि निर्देश मिलते ही शिविर शुरू कर दिया जाएगा।
बटेश्वर मेले में मंगलवार को फोर्स का आगमन शुरू हो गया। लेकिन थाने के लिए लगाए गए टेंट पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। इसलिए फोर्स के अधिकारी आगमन सुनिश्चित करने के लिए जिला पंचायत कार्यालय के चक्कर काटते रहे। मंगलवार सुबह उन्हें आगमन स्थल की जानकारी भी नहीं मिल पाई।