बरेली : बरेली-बदायूं जिले की सीमा पर अधूरे पुल से कार गिरने से तीन लोगों की मौत के मामले में जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो सकती है। घटना की जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री के पास जाएगी। इसके बाद ही विभागीय जांच और कार्रवाई होगी। मुख्य अभियंता अजय कुमार ने प्रांतीय खंड बदायूं के अधिशासी अभियंता नरेश कुमार, सहायक अभियंता मोहम्मद आरिफ व अभिषेक कुमार, अवर अभियंता अजय गंगवार व महाराज सिंह के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति के साथ जांच रिपोर्ट मुख्य अभियंता को भेज दी है। एप्रोच रोड बह जाने के बाद भी यातायात बाधित करने के लिए प्रभावी बैरियर न लगाने के लिए इंजीनियरों को जिम्मेदार ठहराया गया है। इस मामले में शासन स्तर पर कार्रवाई होनी है।
बरेली में दातागंज से फरीदपुर जाने वाले मार्ग पर मूड़ा गांव के पास पुल है। सितंबर 2023 में जब बाढ़ आई थी तो फरीदपुर की ओर पुल का एप्रोच रोड बह गया था, तब से इस पुल पर आवागमन बंद था, लेकिन अधूरे पुल पर जाने के लिए कोई बैरियर और संकेतक नहीं लगाए गए थे। दूसरी तरफ गूगल मैप पर यह रास्ता सही दिखाया जा रहा था। इसी के चलते रविवार तड़के कार सवार तीन लोग हादसे का शिकार हो गए। वे गूगल मैप के सहारे आगे बढ़े और जैसे ही पुल खत्म हुआ, उनकी कार 20 फीट नीचे गिर गई, जिससे तीनों लोगों की मौत हो गई। Bareilly Bridge accident
हादसे में तीन लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार इंजीनियर अब सवाल उठा रहे हैं कि आखिर उनके खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज की गई? लोक निर्माण विभाग के जूनियर इंजीनियरों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को मुख्य अभियंता से मिला और इसे एकतरफा कार्रवाई बताते हुए नाराजगी जताई। उन्होंने सवाल उठाया कि कार्रवाई से पहले इंजीनियरों का पक्ष क्यों नहीं सुना गया? मुख्य अभियंता अजय कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है। विस्तृत जांच में इंजीनियरों का पक्ष सुना जाएगा।
डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन यूपी की बरेली और बदायूं इकाई के इंजीनियरों ने उन चार इंजीनियरों का पक्ष लेते हुए मुख्य अभियंता से मुलाकात की, जिनके खिलाफ प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि जो काम चल रहा है, उसके लिए जेई और एई को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है? जवाबदेही तय करने से पहले स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए था? प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष देवदत्त पचौरी, संरक्षक एके शर्मा और दोषी इंजीनियर भी शामिल थे। पांच इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति से संबंधित फाइल पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता के पास पहुंच गई है। लोक निर्माण विभाग मुख्यमंत्री के पास है। इसलिए फाइल सीएम कार्यालय जाएगी। इसके बाद ही विभागीय जांच और कार्रवाई होगी। Bareilly Bridge accident