6 दिसंबर : बाबरी केस के पूर्व मुद्दई इकबाल अंसारी ने कहा कि अब अयोध्या में 6 दिसंबर नहीं मनाया जाता। मुसलमानों ने सुप्रीम कोर्ट के को स्वीकार किया है। वहीं कानून का सम्मान किया है। बाबरी केस के पूर्व मुद्दई इकबाल अंसारी ने कहा कि अब अयोध्या में शांति है। अब यहां 6 दिसंबर नहीं मनाया जाता। पूरे देश के मुसलमानों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार किया है। अब कहीं कोई झगड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि अब अयोध्या में हिंदू और मुसलमान एक साथ रह रहे हैं। हमारे देश के लिए यह महत्वपूर्ण है कि हिंदू और मुसलमान एक साथ रहें।
मुसलम पक्षकार इक़बाल अंसारी ने कहा कि अब न तो कोई विवाद है और न ही कोई मुकदमा। अयोध्या गंगा जमुनी तहजीब की धरती है। राम मंदिर बन गया है, अब कोई झगड़ा नहीं है। अब सवाल अयोध्या, बाबरी मस्जिद और राम मंदिर का है। लोवर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया और पूरे देश के मुसलमान ने कोर्ट के फैसले और कानून का सम्मान किया है। अब हिन्दू और मुसलमानों के बीच में एक सौहार्द का दिन है। अब हिन्दू मुसलमानों में भाईचारा कायम है। किसी ज़माने में लोग 6 दिसंबर मनाया करते थे।
उन्होंने कहा कि अब वे सारी चीजें समाप्त हो चुकी हैं। अब अयोध्या में मंदिर बन चुका है जहां पूजा-पाठ हो रहा है। सभी लोग आ-जा रहे हैं, सभी दर्शन कर रहे हैं। सभी अपने धर्म का सम्मान कर रहे हैं और आज के दिन लोगों को चाहिए कि हर धर्मो का सम्मान करें। हिंदू और मुसलमान के बीच में भाईचारा होना चाहिए। हिन्दू-मुसलमानों के बीच सौहार्द रहेगा तो हमारा देश आगे बढ़ेगा। हम चाहते हैं जिस देश में हिन्दू-मुसलमानों में भाईचारा रहेगा, उस देश का नाम दुनिया में रहेगा। अयोध्या की धरती पूज्यनीय मानी गई है, यहां के लोग सभी देवी देवताओं का सम्मान करते हैं और करते रहेंगे।
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