कानपुर : एसीपी मोहसिन खान के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच शुरू होने के साथ ही हर दिन नई जानकारियां सामने आ रही हैं। पूछताछ में पीएचडी छात्रा ने एसआईटी को बताया कि आईआईटी में पीएचडी के लिए मोहसिन की फीस छात्रा ने ही भरी थी। इतना ही नहीं मोहसिन के आईआईटी आईडी कार्ड में इमरजेंसी नंबर के तौर पर पीड़िता का मोबाइल नंबर दर्ज है। एफआईआर दर्ज होने से तीन घंटे पहले एसीपी ने अपना मेडिकल कराया था।
एसआईटी प्रभारी अर्चना सिंह ने छात्रा से पूछताछ शुरू की तो उसने बताया कि साइबर सेल और आईआईटी के सी-3 आईहब की वर्कशॉप के दौरान तत्कालीन डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने उसकी मुलाकात एसीपी मोहम्मद मोहसिन खान से कराई थी। उसने बताया कि मोहसिन ने उसे बताया था कि वह बहुत अमीर है और सात बीएचके फ्लैट में रहता है। इतना ही नहीं उसने यह भी कहा कि भले ही उसकी पत्नी उसी फ्लैट में रहती है, लेकिन कमरे अलग-अलग और दूर-दूर हैं।
उसने दावा किया कि मोहसिन की पत्नी अपने पति की शादी किसी और से कराने के लिए पूरी तरह तैयार थी, लेकिन वह उसे नहीं छोड़ेगी, जबकि पीड़िता ने मोहसिन की पत्नी से साफ कह दिया था कि वह नहीं चाहती कि किसी दूसरी महिला का मोहसिन पर कोई अधिकार हो। इसके बाद ही मोहसिन की पत्नी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हो गई और अपनी और मोहसिन की फोटो अपलोड करने लगी। मुझे मानसिक रूप से बीमार कहने वाले खुद की हालत देखें छात्रा ने बताया कि वह 20-20 घंटे पढ़ाई करती है। ऐसे में दिनचर्या बदल जाती है। महज चार घंटे सोने के कारण किसी का चेहरा सामान्य नहीं रहता। ऐसे में मोहसिन पर मानसिक रूप से विक्षिप्त होने का आरोप उसकी सोच को दर्शाता है। जब वह साथ था, तो वह विदेश जाकर साथ रहने की योजना बना रहा था। छात्रा के मुताबिक उसे पहली पत्नी लखनऊ और दूसरी पत्नी विदेश में रखने की योजना थी।
पुलिस जांच में पता चला है कि कल्याणपुर में एफआईआर दर्ज होने से तीन घंटे पहले दोपहर करीब 3:49 बजे एसीपी मोहसिन खान हैलट पहुंचे और ऑर्थो डॉक्टर से रीढ़ की हड्डी में समस्या से जुड़ी मेडिकल रिपोर्ट बनाने को कहा। इस दौरान उन्होंने अपना पता आगरा डीएम कंपाउंड बताया। इस पर डॉक्टर ने रीढ़ की हड्डी में बीमारी दिखाते हुए उन्हें हैलट रेफर कर दिया। हालांकि, एसीपी की मेडिकल रिपोर्ट को लेकर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से लेकर डॉक्टर तक कोई जवाब नहीं दे रहे हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट और आरोपी के स्वास्थ्य की भी जांच कराई जा सकती है।
डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार सिंह ने बताया कि एसआईटी टीम ने दूसरे दिन भी पीड़ित छात्र, प्रोफेसर, सुरक्षा गार्ड और अन्य छात्रों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए हैं। एसआईटी जांच में पता चला कि पीड़ित छात्र ने पुलिस को अंग्रेजी में रिपोर्ट दी थी। इसके बाद आईआईटी के एक अनुवादक ने उसे हिंदी में लिखा था। टीम ने अनुवादक से भी पूछताछ कर उसके बयान दर्ज किए हैं। टीम ने अब तक 20 से अधिक लोगों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए हैं। इनमें छात्रा के हॉस्टल के बाहर, मेस, क्लास रूम व अन्य कई जगहों के सीसीटीवी फुटेज, हॉस्टल में आने-जाने का एंट्री रजिस्टर व छात्रा का मोबाइल शामिल है।
एसीपी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली आईआईटी छात्रा का शनिवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज नहीं हो सका। सूत्रों के अनुसार शनिवार को लोकपाल की सुनवाई थी। इसके चलते शनिवार को पीड़ित पीएचडी छात्रा का मजिस्ट्रेट बयान दर्ज नहीं हो सका। छात्रा का मजिस्ट्रेट बयान सोमवार को दर्ज होगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार अगर छात्रा एफआईआर व 161 के बयान की तरह मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान देती है तो एसीपी मोहसिन खान की गिरफ्तारी हो सकती है। उधर, पता चला है कि एसीपी के संबंध जानने वाले कई आईआईटी छात्र व प्रोफेसर पीड़िता को उससे मिलाने की कोशिश में जुट गए हैं। हालांकि पीड़िता का कहना है कि वह डिप्रेशन में नहीं है और उसे पता है कि वह क्या कर रही है।
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