सहारनपुर : गुरुवार सुबह छत्तीसगढ़ की एक महिला ने सहारनपुर में ज़िला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। हाथ में तख्ती लिए महिला ने न सिर्फ़ ज़िलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई, बल्कि न्याय न मिलने पर इच्छामृत्यु की भी इजाज़त मांगी। महिला की इस मांग से पुलिस और ज़िला प्रशासन में हड़कंप मच गया। ज़िलाधिकारी मनीष बंसल और SSP आशीष तिवारी ने तुरंत पीड़िता को न्याय का भरोसा दिलाया। पीड़िता का आरोप है कि उसके पति ने उसे तलाक दिए बिना दूसरी शादी कर ली और फिर उसे पीटकर घर से निकाल दिया। नतीजतन, पीड़िता दर-दर भटकने को मजबूर है।
पीड़िता हीना मूल रूप से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की रहने वाली है।

मई 2019 में उसकी शादी सहारनपुर के जनकपुरी इलाके के रहने वाले अब्दुल से धूमधाम से हुई थी। पीड़िता के मुताबिक, उसके पिता ने शादी में 50 लाख रुपये से ज़्यादा खर्च किए थे। इसके बावजूद, उसके पति और ससुराल वाले दहेज के लिए उसे परेशान करने लगे। लगातार उत्पीड़न और मारपीट से तंग आकर हीना दो साल पहले छत्तीसगढ़ में अपने माता-पिता के घर लौट आई। कई बार पंचायतें हुईं, लेकिन लालची ससुराल वालों ने समाज के बुज़ुर्गों की बात नहीं मानी। कई बार गांव और परिवार के बुज़ुर्गों ने दखल देने की कोशिश की, लेकिन ससुराल वाले अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आए। धीरे-धीरे पति-पत्नी के बीच दरार बढ़ती गई। इसके बावजूद, वह अपने ससुराल वालों के साथ रहती रही।
हीना ने कहा, “मेरी शादी में मेरे पिता ने दहेज में होंडा अमेज़ कार, सोने-चांदी के गहने और 5 लाख रुपये नकद दिए थे। मुझे बच्चे न होने पर लगातार ताने मारे जाते थे। मेरे ससुराल वालों ने इसका फ़ायदा उठाया। आखिरकार, दहेज और बच्चे न होने का हवाला देकर उन्होंने मुझे घर से निकाल दिया। मेरे ससुराल वालों ने कहा कि अगर मुझे उनके साथ रहना है, तो मुझे अपने पिता से 50 लाख रुपये लाने होंगे, वरना वापस मत आना। निराश होकर मैं छत्तीसगढ़ में अपने माता-पिता के पास लौट आई। इसी बीच, मुझे पता चला कि मेरे पति ने मेरी जानकारी के बिना दूसरी शादी कर ली है।”

पीड़िता ने बताया कि उसने कई बार पुलिस और संबंधित अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उसे न तो ससुराल में रहने का हक मिला और न ही दहेज उत्पीड़न के मामले में कोई सख्त कार्रवाई हुई। गुरुवार को हीना DM के ऑफिस पहुंची और अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई, साथ ही अपने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए। वहां मौजूद सभी लोग उसकी बातें सुनकर हैरान रह गए। हीना ने कहा कि या तो उसे इज्जत के साथ ससुराल वापस भेजा जाए, या उसे इच्छामृत्यु की इजाजत दी जाए। वह अपनी ज़िंदगी से पूरी तरह तंग आ चुकी है और अब उसके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है।
जब यह मामला डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के ध्यान में आया, तो वह अपने ऑफिस से बाहर आए, पीड़िता को बुलाया और उसकी शिकायत सुनी। महिला ने कहा कि वह अपनी ज़िंदगी से पूरी तरह तंग आ चुकी है और उसे मरने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं दिख रहा है। DM ने उसे भरोसा दिलाया कि वह पूरे मामले की जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे। महिला ने DM को न्याय की मांग करते हुए एक लिखित आवेदन दिया। इस मामले में DM मनीष बंसल ने कहा कि अगर जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हीना को संबंधित पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने का भी निर्देश दिया गया ताकि पूरे मामले की ठीक से जांच की जा सके।

