सहारनपुर : खनन विभाग में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। मई 2024 से अगस्त 2025 के बीच 102 डिस्पैच नंबर खाली छोड़ दिए गए। राज्य कार्यालय निरीक्षक के निरीक्षण में इसका खुलासा हुआ। आशंका है कि यह योजना पिछली तारीख के आदेशों को लागू करने के लिए बनाई गई थी। घोटाले के उजागर होने के बाद, मंडलायुक्त ने अब जिला खनन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। घोटाले के खुलासे से खनन विभाग में हड़कंप मच गया है।
राज्य कार्यालय निरीक्षक कुलदीप भारद्वाज ने 20 अगस्त को खनन विभाग कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने मंडलायुक्त को एक रिपोर्ट सौंपी, जिसमें कहा गया है कि निरीक्षण के दौरान गंभीर अनियमितताएँ पाई गईं। कार्यालय के डाक रजिस्टर में 11 मई 2024 से 22 अगस्त 2025 तक 102 डिस्पैच नंबर खाली छोड़े गए थे। इतनी बड़ी संख्या में बैकडेट नंबरों के होने का कोई भी संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सका।
इस खुलासे के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बैकडेट वाले आदेश भी जारी किए जा सकते हैं। इसके अलावा, सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त पोस्टल ऑर्डर और 10 व 20 रुपये के नोट कार्यालय की फाइलों में कई साल पुराने पाए गए। नियमों के अनुसार, इन्हें सरकारी खजाने में जमा किया जाना चाहिए था। इसलिए, इसे भी एक बड़ी लापरवाही माना जा रहा है। Saharanpur News