
बता दें कि सहारनपुर के डीएम मनीष बंसल ने अगस्त में ही अवैध खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए थे। डीएम ने खनन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीमें बनाने और निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए थे। यानी जिले में कहीं भी अवैध खनन और अवैध खनन परिवहन पर अंकुश लगाने को कहा गया था। लेकिन थाना चिलकाना क्षेत्र में न सिर्फ पुलिस की सह पर अवैध खनन हो रहा है, बल्कि खनन माफिया भी बेखौफ होकर अवैध खनन का परिवहन कर रहे हैं। जहां पथेर पुलिस चौकी प्रभारी खुलेआम खनन माफिया से सुविधा शुल्क मांग रहे हैं। यानी अवैध खनन सामग्री से भरे वाहनों को पास कराने के लिए प्रति वाहन सौदेबाजी कर रहे हैं। वहीं खनन माफिया या उनके गुर्गे वाहनों के नंबर लिखवा रहे हैं।
इसके बाद एक शख्स पुलिसवाले के पास जाता है और ट्रकों के नंबर बताने लगता है। जिसमें उसने 7549, 1303, 6833, 0389, 7324, 98097, 8549, 1848 बताए। तब पुलिसवाले ने कहा कि दिन में पूरी लिस्ट बना लो। गाड़ियों के नंबर लिखते हुए पुलिसवाला कहता है कि मुझे बताओ कि ये रोज किस समय जाएंगे। शख्स को दिन में पूरी लिस्ट बनाकर रखनी चाहिए। इसके बाद पीछे से एक शख्स कहता है कि जब भी ट्रक आएंगे तो नंबर लिख दिए जाएंगे। इसके बाद एक शख्स पुलिसवाले से कहता है- 9 गाड़ियां हैं चौकी इंचार्ज, कोई दिक्कत नहीं होगी, तब वह कहता है- मेरे पास पैसे कम हैं, मैं सिर्फ एंट्री फीस दे रहा हूं।
इसके बाद वह 20 नोट गिनकर देता है और कहता है ये 20 हैं, इनकी कीमत कितनी होगी? तभी पीछे से आवाज आती है कि ये 24,500 रुपये हैं। इसके बाद इंस्पेक्टर सारे पैसे हाथ में लेकर गिनने लगता है। पैसे गिनने के बाद माफिया वाला कहता है चलो चलते हैं। तभी पीछे से कोई कहता है हाँ चलो, दे दो, नाम लिख दो सहदेव। आखिरकार 2500 रुपये प्रति ट्रक एंट्री पर सौदा तय हुआ। इस पूरे मामले पर एसपी सिटी व्योम बिंदल का कहना है कि वीडियो सामने आया है। वीडियो की जाँच की जा रही है। जो भी पुलिसकर्मी या अधिकारी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राजस्व के नुकसान की भरपाई के लिए भी कार्रवाई की जाएगी।