रायबरेली : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन दिशा बैठक के बाद मीडिया को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने एक बार फिर वोट चोरी का मुद्दा उठाया और कहा कि मुद्दा बिहार का है। लेकिन महाराष्ट्र, हरियाणा, कर्नाटक में चुनाव चोरी हुई है। हमने बेंगलुरु सेंट्रल का काला-सफ़ेद सबूत दिया। इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि मैं साबित कर दूँगा कि वोट चोरी करके भाजपा की सरकारें बनी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले घबराएँ नहीं, अगर हाइड्रोजन बम फट गया तो सब साफ़ हो जाएगा। पूरे देश में एक नारा चल रहा है, वोट चोर गद्दी छोड़ो। जो आग की तरह फैल रहा है।
बता दें कि राहुल गांधी ने गुरुवार को कांग्रेस के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी भवन में रायबरेली की विभिन्न तहसीलों से आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित ‘दिशा’ समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान ऊंचाहार विधायक मनोज पांडेय ने राहुल गांधी की बैठक का बहिष्कार किया। बुधवार को राहुल गांधी के दौरे का विरोध किया गया था, जिसके बाद गुरुवार को उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। पूरे कलेक्ट्रेट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस के अलावा पीएसी भी तैनात की गई थी। एनटीपीसी के गोमती भवन पहुंचे सभी प्रतिनिधिमंडलों को जांच के बाद ही अंदर जाने दिया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी लोगों को राहुल गांधी से मिलने दिया गया।
ऊंचाहार विधायक ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में हो रही दिशा बैठक का बहिष्कार किया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोज कुमार पांडेय ने दिशा बैठक में पीएम मोदी की मां को अपशब्द कहने पर निंदा प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद उन्होंने बैठक का बहिष्कार कर दिया और बाहर निकल गए। विधायक मनोज पांडेय ने कहा कि राहुल गांधी की अध्यक्षता में हो रही बैठक में सबसे पहले पीएम मोदी की मां को अपशब्द कहने पर निंदा प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए। मनोज पांडेय ने यह भी आरोप लगाया कि सांसद होने के बावजूद राहुल गांधी ने एक बार भी संसद में रायबरेली की समस्याओं को नहीं उठाया।
बुधवार को जब राहुल गांधी का काफिला बछरावां होते हुए रायबरेली आ रहा था, तो राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह हरचंदपुर के पास धरने पर बैठे थे। इसी दौरान उनके कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के काफिले को रोककर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं को काफिले के सामने से हटाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह के विरोध प्रदर्शन के चलते सांसद राहुल गांधी की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई। इस बीच, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने इसे राहुल गांधी के काफिले पर हमला बताया। उन्होंने थाने में अपने ऊपर हुए हमले की लिखित शिकायत दर्ज कराई। प्रदर्शन कर रहे राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने पुलिस पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट का भी आरोप लगाया।
प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को लिखे पत्र में बताया कि पुलिस ने राहुल गांधी के आगमन से पहले प्रेस नोट जारी कर रूट डायवर्ट कर दिया, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। इससे आम लोगों को काफी परेशानी हुई। रायबरेली पुलिस ने प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि नेता प्रतिपक्ष/सांसद रायबरेली राहुल गांधी के आगमन के दौरान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ हरचंदपुर थाना क्षेत्र में उनका विरोध किया।
पुलिस ने दावा किया कि कोई सड़क जाम नहीं थी। वे सड़क के किनारे धरना दे रहे थे। सांसद राहुल गांधी का काफिला वहाँ से गुजरा। काफिले पर कोई हमला नहीं हुआ। पुलिस ने समझा-बुझाकर कार्यकर्ताओं को वहाँ से हटा दिया। पुलिस द्वारा न तो कोई बल प्रयोग किया गया और न ही कोई मारपीट या गाली-गलौज की गई। कार्यकर्ताओं के बीच कोई मारपीट नहीं हुई। सड़क किसी भी तरह से जाम नहीं हुई और यातायात सुचारू रूप से चलता रहा। कोई यातायात डायवर्जन नहीं किया गया। शांति व्यवस्था पूरी तरह से कायम रही। पुलिस ने अपील की है कि सोशल मीडिया या किसी अन्य माध्यम से किसी भी प्रकार की भ्रामक/झूठी खबर न फैलाएँ, खबर को तोड़-मरोड़ कर पेश न करें। शांति भंग न करें।