चंडीगढ़ 9 मार्च। हरियाणा पुलिस में एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करते हुए लोगों के बैंक खाते से ऑनलाइन राशि निकालने तथा शॉपिंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।
सिरसा जिला के पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के कुशल मार्गदर्शन में साइबर पुलिस थाने के सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र तथा एएसआई रंजीत सिंह ने मामले की गहनता से जांच पड़ताल की और तीनों आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इनमें से एक आरोपी डाकखाने में ठेके पर काम करता था जो अपने साथी आरोपियों को लोगों के एटीएम उपलब्ध कराया था।
आरोपियों की निशानदेही पर उनके पास से एप्पल फोन तथा 31 हजार रुपए की नगदी बरामद कर ली गई है। पकड़े गए तीनों आरोपियों को सिरसा अदालत में पेश किया गया जहां से आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
क्या था मामला-
पिछले साल 13 सितंबर को तलवाड़ा खुर्द निवासी शैफाली मेहता ने ऐलनाबाद के एक्सिस बैंक में खाता खुलवा कर करीब एक लाख 74 रुपए की एफडी के रूप में अपने खाते में जमा करवाए थे। 20 सितंबर 2023 को एटीएम वेरिफिकेशन करने के बहाने एक अज्ञात नंबर से कॉल आई थी,और उसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने शैफाली मेहता से ओटीपी नंबर लेकर उसके खाते से 1 लाख 73 हजार 400 रुपए निकाल लिए। इस संबंध में शेफाली मैहता ने हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवा दी थी । इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहम्मद तोहिद पुत्र अजीम शेख आइसा मंजिल आंनद कोलीवाड़ा मुंबई,मोहम्मद तौसीफ पुत्र महमुदुल हसन निवासी मुबरा अमृनगर,मुंबई व मोहम्मद जुनैद अली पुत्र जाऊदीन अहमद कादरी निवासी नूरी बाग संजय नगर, मुंबई के रूप में हुई है।
इस तरह दिया वारदात को अंजाम
शिकायतकर्ता शैफाली मेहता के पास आरोपियों ने फोन कॉल कर एटीएम कार्ड पहुंचाने के बहाने उसके फोन पर आए ओटीपी नंबर लेकर उसके खाते का न्यू पिन नंबर जनरेट कर खाते से एक लाख 20 हजार रुपए का एप्पल का मोबाइल फोन खरीद लिया और 50 हजार रुपए की राशि उसके खाते से निकाल कर 3400 रुपए का मोबाइल चार्ज करने वाला पावर बैंक खरीद कर उसका बैंक खाता खाली कर दिया।
जांच के दौरान सामने आया कि पकड़े गए आरोपियों में मोहम्मद तौसीफ डाक खाने का कर्मचारी है,और जो एटीएम डाक खाने में कस्टमर के पास भेजने के लिए आते थे, उन्हें कस्टमर के पास भेजने की बजाय अपने दूसरे साथियों को फ्रॉड के लिए दे देता था । पुलिस जांच के दौरान सामने आया है कि मोहम्मद तौसीफ एटीएम अपने अन्य साथियों को देने की एवज में प्रत्येक एटीएम के पांच हजार रुपए लेता था । गिरोह के अन्य साथी एटीएम हाथ में आने के बाद उक्त कस्टमर के दिए गए पते पर संपर्क कर एटीएम वेरीफिकेशन के बहाने ओटीपी नंबर पूछकर न्यू पिन जनरेट कर उसका खाता खाली कर देते थे ।
गिरफ्तार किए गए आरोपी तोहिद के खिलाफ तीन मामले,तोसीफ के खिलाफ एक आपराधिक मामला मुंबई में पहले से ही दर्ज है जबकि तीसरे आरोपी जुनैद का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
पुलिस प्रवक्ता ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से अपने मोबाइल फोन पर आने वाले ओटीपी को शेयर ना करें। ऐसा करके वे साइबर फ्रॉड का शिकार बन सकते हैं इसलिए लोग सावधान रहे सतर्क रहे।