मिशन कंपाउंड निवासी तपेश ममगई ने लिखित शिकायत देकर बताया कि दीपक चौहान नाम के व्यक्ति से उसकी पुरानी जान-पहचान है। दीपक पहले भी जरूरत पड़ने पर रुपये लेता था और समय पर लौटा भी देता था। इसी भरोसे के चलते उसने दीपक को पांच लाख रुपये उधार दिए थे। मार्च 2024 के पहले सप्ताह में दीपक ने उसे अपने दो अन्य साथियों हरिपाल गौतम और संदीप से मिलवाया। दोनों ने बताया कि वे महालक्ष्मी कॉन्ट्रैक्टर्स एंड सप्लायर्स फर्म का हिस्सा हैं और कहा कि उन्हें बड़े सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट में निवेश करने के लिए 50 लाख रुपये की जरूरत है।
आरोप है कि तीनों ने पीड़ित को मुनाफे में हिस्सा देने का वादा कर निवेश के लिए लालच दिया। 18 और 19 मार्च को पीड़ित ने आरटीजीएस के जरिए बताए गए खाते में 12 लाख रुपये जमा करा दिए, लेकिन पैसे मिलने के बाद वे बहाने बनाने लगे और पैसे लौटाने से मना कर दिया। पीड़ित का कहना है कि अब उसे पता चला है कि जिस फर्म की बात वे कर रहे थे, वह फरवरी 2025 में ही सस्पेंड हो चुकी है। पुलिस ने हरिपाल गौतम, संदीप और दीपक चौहान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।