सहारनपुर : एंटी करप्शन टीम ने एक लेखपाल को 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए भटक रहे किसान के बेटे ने एंटी करप्शन से शिकायत की थी। जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। टीम ने जब उसे तहसील में पकड़ा तो हड़कंप मच गया। आरोपी लेखपाल के खिलाफ नकुड़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
नकुड़ तहसील क्षेत्र के गांव कुंडा खुर्द निवासी आलिम पुत्र गुलशन के दादा के नाम जमीन है। उसके दादा की मौत हो चुकी है। जमीन की खतौनी में पिता और चाचा का नाम दर्ज कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। लेखपाल अनुज प्रताप सिंह खतौनी में नाम दर्ज कराने और वारिसान बनाने के लिए 5 हजार रुपये की मांग कर रहा था। जिसके लिए उसे चक्कर कटवाए जा रहे थे।
शिकायतकर्ता अलीम ने बताया कि अलीम के दादा की मौत के बाद वह अपने पिता और चाचाओं के नाम खतौनी में दर्ज कराना चाहता था। इसके लिए लेखपाल अनुज प्रताप सिंह ने फर्द जारी करने और वारिसों के नाम दर्ज करने के बदले 5 हजार रुपए मांगे। अलीम ने इसकी जानकारी एंटी करप्शन के अधिकारियों को दी। जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछाया।
एंटी करप्शन की टीम ने अलीम को लेखपाल को देने के लिए दिए गए 5 हजार रुपए पर केमिकल लगा दिया। टीम सिविल वर्दी में तहसील में घूम रही थी। जैसे ही अलीम तहसील पहुंचा और केमिकल लगे 5 हजार रुपए लेखपाल अनुज प्रताप सिंह को दिए, टीम ने उसे पकड़ लिया। टीम उसे पकड़कर नकुड़ थाने ले गई। जहां उसका मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।