सहारनपुर : सहानपुर के कस्बा गंगोह में सड़क पर चिपके पाकिस्तानी झंडे को हटाना छात्रा को महंगा पड़ गया। छात्रा का वीडियो वायरल होने पर स्कूल प्रबंधन ने छात्रा को स्कूल से निष्काषित कर दिया गया। हालांकि छात्रा ने भी इस पर सफाया दी है। छात्रा का कहना है कि उसको लगा कि यह इस्लामिक झंडा होने हैं। मुझे यह भी नहीं पता था कि यह पकिस्तान का झंडा हो सकता है। स्कूल प्रबंधन ने जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। छात्रा का वीडियो तेजी के साथ वीडियो वायरल हो रहा है।
आपको बता दें कि पिछले दो दिन से कस्बा गंगोह में सड़क से पाकिस्तानी झंडा उठाने की कोशिश कर रही एक छात्रा का वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है। 12 सेकंड के इस वीडियो में स्कूल ड्रेस में एक छात्रा स्कूटर से आती है और सड़क पर चिपके पाकिस्तानी झंडे हो हटाने की कोशिश करती दिखाई दे रही है। हालांकि झंडा हटाने में नाकाम छात्रा झंडे को छोड़ वहां वापस स्कूटर पर सवार होकर चली जाती है। छात्रा की पूरी हरकत को किसी राहगीर ने मोबाइल कैमरे में कैद कर वायरल कर दिया। छात्रा का वीडियो वायरल हुआ तो स्कूल प्रबंधन हरकत में आया और छात्रा को तत्काल स्कूल से निष्काषित कर दिया।
वीडियो सामने आने के बाद क्रांति सेना शिवसेना के जिला अध्यक्ष योगेंद्र सिरोही ने डीएम से छात्रा और स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इतना ही नहीं हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता छात्रा के स्कूल पहुंचे जहां हंगामा करते हुए प्रिंसिपल से छात्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके बाद प्रिंसिपल भूपेंद्र सिंह ने छात्रा को स्कूल से निकाल दिया। Saharanpur News
इस बाबत जब छात्रा से बात की गई तो छात्रा ने बताया कि “मुझे लगा कि मेरे धर्म का झंडा वहां पड़ा है। जब मैं उसे हटाने की कोशिश की मैंने देखा कि वह पाकिस्तान का झंडा था। यह देखकर मैंने उसे वहीं छोड़ दिया। फिर मैंने झंडे को लात भी मारी। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने हिन्दू संगठनों के दबाव में आकर बिना जांच पड़ताल किये मुझे स्कूल से निकाल दिया। स्कूल प्रबंधन ने यह सही नहीं किया। मैं अपने देश से इतना ही प्यार करती हु जितना हर हिन्दुस्तानी करता है।
छात्रा के पिता राशिद खान ने बताया कि मेरी बेटी कक्षा 11वीं में पढ़ती है। घटना वाले दिन उसने मुझे फोन किया था। उसने मुझसे कहा-पापा मुझसे गलती हो गई। मुझे माफ कर देना। यह कहकर वह रोने लगी। मैंने उससे पूछा, क्या हुआ बेटी, तुम क्यों रो रही हो? उसने बताया कि वह स्कूल से घर जा रही थी, तभी रास्ते में झंडा लगा देखा तो उसे लगा कि यह झंडा उसके धर्म का है। जब वह वहां पहुंची तो वह पाकिस्तान का झंडा था, जिसे वह छोड़कर चली गई। लेकिन लोगों ने हंगामा कर दिया और स्कूल पहुंच गए। उसे स्कूल से निकाल दिया गया। Saharanpur News
राशिद खान ने बताया मेरी बेटी लेफ्टिनेंट कर्नल बनना चाहती है। उसका सपना देश की सेवा करना है। हम देश के लिए अपनी जान भी दे सकते हैं। हमने अपने बच्चों को कोई गलत शिक्षा नहीं दी है। मेरी बेटी हमेशा देशभक्ति के कार्यक्रमों में हिस्सा लेती रही है और मेडल भी जीतती रही है। बेटी नाबालिग है। उससे अनजाने में गलती हुई है। मैं सभी से माफी मांगता हूं।
छात्रा के पिता ने बताया कि वह एक आर्मी परिवार से तालुक रखते हैं। मैं यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हूं। वर्तमान में अयोध्या में श्री राम मंदिर में तैनात हूं। मैं तीन साल से यहां तैनात हूं। मेरी चार पीढ़ियां सेना से जुड़ी हैं। मेरे दादा आजाद हिंद फौज में थे। बड़े भाई भी सेना में हैं। 12 सेकंड के वीडियो में दिख रहा है कि एक छात्रा अपनी स्कूटी किनारे खड़ी करके इस झंडे को सड़क से हटाने की कोशिश कर रही है। फिर वह झंडे को लात मारती है और फिर झंडा हटाए बिना ही वहां से चली जाती है। Saharanpur News