सहारनपुर : वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट गुरुवार को राज्यसभा में पेश की गई। रिपोर्ट पेश होने के बाद जहां विपक्ष ने सरकार पर रिपोर्ट से असहमति वाली टिप्पणियां हटाने का आरोप लगाया वहीं इस्लामिक धर्म गुरुओं ने भी मुखालफत शुरू कर दी है। देवबंदी उलेमाओं ने एक तरफ वक्फ संपत्ति को अल्लाह की संपत्ति करार दिया है वहीं दूसरी तरफ वक्फ संपत्ति के साथ छेड़छाड़ करना सीधा अल्लाह से जंग का एलान करना बताया है। प्रसिद्ध देवबंदी उलेमा मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने कहा है कि हम लोग इसकी खुली मुखालफत करते हैं। जो बिल सदन में पेश किया गया है वह पूरी तरह मुसलमानों और वक़्फ़ बोर्ड के खिलाफ है। यह कानून वक़्फ़ की संपत्ति के बिल्कुल हक में नहीं है वक़्फ़ की संपत्ति अल्लाह की संपत्ति है।
आपको बता दें कि विपक्ष और भाजपा दोनों सांसदों वाली जेपीसी ने 30 जनवरी को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। समिति ने 15-11 के बहुमत से रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया था। भाजपा सदस्यों ने विधेयक का बचाव करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में आधुनिकता, पारदर्शिता और जवाबदेही लाना है। हालांकि, विपक्ष ने इसे मुस्लिम समुदाय के संवैधानिक अधिकारों पर हमला और वक्फ बोर्डों के कामकाज में हस्तक्षेप करार दिया। संसद के दोनों सदनों में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किये जाने पर इस्लामिक धर्म गुरु आक्रोशित हैं।
जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध देवबंदी उलेमा मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने कहा है कि हम लोग इसकी खुली मुखालफत करते हैं। जो बिल सदन में पेश किया गया है वह मुसलमानों और वक़्फ़ बोर्ड के खिलाफ है। यह विधेयक वक़्फ़ की संपत्ति के बिल्कुल हक में नहीं है वक़्फ़ की संपत्ति अल्लाह की संपत्ति है और उस संपत्ति का कोई भी गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। कारी इश्हाक गोरा ने आगे कहा कि वक़्फ़ की संपत्ति का के साथ कोई भी व्यक्ति करप्शन करता है या कोई उसका गलत इस्तेमाल करता है वह अल्लाह के साथ सीधा जंग का ऐलान कर देता है। Waqf Property Act
जो बिल सदन में पेश किया गया है वह मुसलमानों और वक़्फ़ बोर्ड के खिलाफ है। यह विधेयक वक़्फ़ की संपत्ति के बिल्कुल हक में नहीं है वक़्फ़ की संपत्ति अल्लाह की संपत्ति है और उस संपत्ति का कोई भी गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। कारी इश्हाक गोरा ने आगे कहा कि वक़्फ़ की संपत्ति का के साथ कोई भी व्यक्ति करप्शन करता है या कोई उसका गलत इस्तेमाल करता है वह अल्लाह के साथ सीधा जंग का ऐलान कर देता है।
जो धर्मगुरु वक़्फ़ की संपत्ति के समर्थन में है दरअसल वह धर्मगुरु है ही नहीं ऐसे लोग संपत्ति को हड़पने में लगे हैं। हम लोग इसका पूरा विरोध करते हैँ और सरकार से भी अनुरोध करेंगे कि वह वक़्फ़ की संपत्ति में किसी भी तरह की छेड़छाड़ ना करें। यह वक़्फ़ की संपत्ति मुसलमानों की है और उन्हीं की रहेगी। इस संपत्ति के साथ किसी भी तरह का छेड़छाड़ ना किया जाए।
वक़्फ़ की संपत्ति मुसलामानों के द्वारा दान की हुई संपत्ति है। वक़्फ़ की संपत्ति का इस्तेमाल स्कूल बनाने में होना चाहिए, मदरसों में होना चाहिए, अस्पतालों के निर्माण के लिए होना चाहिए, यतीम खानों में होना चाहिए। सरकार के पास वक़्फ़ की संपत्ति जाने के बाद गलत तरीके से इसका इस्तेमाल किया जाएगा। वक़्फ़ संपत्ति का बिल अगर सदन में पास हो जाता है तो हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। अगर सरकार ने यह बिल वापस नहीं लिया तो सभी इस्लामिक संगठन और उलेमा एक जुट होकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे। Waqf Property Act
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