बिहार BPSC : प्रशांत किशोर ने BPSC और नीतीश कुमार की सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। प्रशांत किशोर का कहना है कि BPSC की ज्यादातर सीटें बेच दी गई हैं। एक सीट की कीमत 30 लाख से 2 करोड़ के बीच तय कर डील पक्की हुई है। इसी वजह से सरकार और बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा रद्द न करने और दोबारा परीक्षा न कराने पर अड़े हुए हैं। पूर्णिया के निर्दलीय सांसद और कांग्रेस नेता पप्पू यादव के सुर भी प्रशांत किशोर से मिलते नजर आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि शिक्षा माफिया, भ्रष्ट अधिकारी और कुछ नेताओं का गठजोड़ है जो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

प्रशांत किशोर अपने समर्थकों के साथ पटना गांधी मैदान में खुले आसमान के नीचे रात भर बैठे रहे. उनका आमरण अनशन जारी है। सुबह से ही कई जिलों से छात्र और जन सुराज कार्यकर्ता गांधी मैदान पहुंच रहे हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि बच्चा-बच्चा कह रहा है कि एक-एक सीट के लिए सौदेबाजी चल रही है। कुछ अधिकारी, बीपीएससी के दलाल और कुछ नेता मिलकर यह काम कर रहे हैं। एक पद का रेट तीस लाख से दो करोड़ तक जा रहा है। इसमें शिक्षा माफिया की बड़ी भूमिका है। यह बात सभी जानते हैं तो क्या नीतीश कुमार को नहीं पता?
वे बिना वजह परीक्षा का नाटक कर छात्रों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। पीके ने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी अभियान चलाया था कि ‘डिग्री लाओ, नौकरी पाओ’ अब वे कह रहे हैं कि खूब सारा ‘पैसा लाओ, नौकरी पाओ’ वे छात्रों को क्यों परेशान कर रहे हैं। पीके ने दावा किया कि मांगें पूरी होने तक उनका अनशन जारी रहेगा। प्रशांत किशोर ने पहले भी बयान दिया था कि आधे से ज़्यादा सीटों पर डील फाइनल हो चुकी है। इसीलिए आयोग दोबारा परीक्षा लेने को तैयार नहीं है। पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने भी कहा है कि BPSC की सीटें बेची गई है। पांच से हज़ार करोड़ का कारोबार हुआ है। इसमें शिक्षा माफिया, भ्रष्ट अधिकारी और कुछ राजनेता शामिल है।
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