सहारनपुर : जिले की 50 ग्राम पंचायतों को स्मार्ट बनाया जाएगा। इन ग्राम पंचायतों को गुजरात और महाराष्ट्र के गांवों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। ग्राम प्रधानों, ग्राम सचिवों और मनरेगा कर्मियों को विशेषज्ञ प्रशिक्षित करेंगे। इसके लिए जिला पंचायत राज विभाग गांवों को चिह्नित करने के लिए सर्वे कराएगा। पहले चरण में कम आबादी वाली ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता दी जाएगी।
दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन के तहत अधिक आबादी वाली ग्राम पंचायतों में रिसोर्स रिकवरी सेंटर बनाए गए और कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था की गई। इसके तहत तरल और ठोस कचरे को अलग कर जैविक खाद बनाने की भी योजना है। कुछ जगहों पर काम भी हो चुका है। अब 50 छोटी ग्राम पंचायतों को मॉडल के तौर पर विकसित करने की योजना तैयार की गई है। इससे विभाग को कम आबादी वाली ग्राम पंचायतों में काम कराना भी आसान हो जाएगा।
इस साल इन ग्राम पंचायतों को गुजरात और महाराष्ट्र की आदर्श ग्राम पंचायतों की तरह विकसित किया जाएगा। इस काम को भी मनरेगा में शामिल किया गया है। विभाग दस दिन में ग्राम पंचायतों को चिह्नित कर लेगा। इसके बाद गुजरात और महाराष्ट्र के विशेषज्ञ ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों, मनरेगा मजदूरों को ग्राम पंचायतों के सुंदरीकरण के लिए प्रशिक्षण देंगे, जिसके बाद ग्राम पंचायतों में काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद अगले चरण में जिले के 11 ब्लॉकों की 884 ग्राम पंचायतों में काम होना है।
जिला पंचायत राज अधिकारी अलोक शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायतों को स्मार्ट बनाने की योजना चलाई गई है। योजना अनुसार ग्राम पंचायतों का कायाकल्प किया जाएगा। कायाकल्प अभियान के तहत जल्द ही आदर्श ग्राम पंचायतों का विकास किया जाएगा।
ऐसे स्मार्ट बनेंगी ग्राम पंचायतें, होंगे ये काम
– अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों का सौंदर्यीकरण
– सभी सड़कें, नालियां और सीवर आरसीसी से बनेंगी
– सफाई कर्मचारी घर-घर जाकर कूड़ा एकत्र करेंगे
– जलभराव की समस्या से ग्रामीणों को मिलेगी राहत
– सौर ऊर्जा प्लांट लगेंगे, स्ट्रीट लाइट की होगी पूरी व्यवस्था
– ठोस कचरे को अलग कर काटा जाएगा और बेचा जाएगा
– गांव में जागरूकता लाने के लिए आकर्षक पेंटिंग बनाई जाएंगी
– ग्राम पंचायतों में प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे
– ग्राम सचिवालय का होगा सौंदर्यीकरण
– कहीं भी कूड़े के ढेर नहीं लगने दिए जाएंगे
– पार्क विकसित किए जाएंगे, बच्चों के खेलने की व्यवस्था होगी
– ब्लॉक स्तर पर व्यायामशाला और वॉलीबॉल कोर्ट बनाए जाएंगे
– तालाबों की सफाई होगी और सिल्ट कैचर लगाए जाएंगे