सहारनपुर : एक ओर जहां देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आयुष्मान कार्ड योजना के तहत पांच लाख तक का मुफ्त इलाज देने के दावे कर रहे हैं। वहीं पैनल में जोड़े गए अस्पताल संचालक न सिर्फ आयुष्मान कार्ड धारकों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं बल्कि मनमानी कर इलाज करने से मना कर रहे हैं। जिसके चलते पांच लाख आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी पात्र मरीजों की मौत हो रही है।
ताज़ा मामला जनपद सहारनपुर का है जहां सोमवार की शाम इलाज के अभाव में एक आयुष्मान कार्ड धारक की मौत हो गई। आरोप है कि आयुष्मान योजना से जुड़े अस्पताल के डॉक्टर ने नगद पैसे ना देने पर इलाज करने से मना कर दिया। इतना ही नहीं धरती के भगवान्डॉ कहे जाने वाले डॉक्टर बीच में इलाज छोड़कर चले गए। जिससे मरीज की मौत हो गई। आयुष्मान कार्ड धारक की इलाज के अभाव में मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। Ayushman Card
आपको बता दें कि गांव हौजखेड़ी निवासी सोमपाल को काफी समय से कूल्हे की हड्डी में दर्द की शिकायत थी। परिजनों ने सोमपाल को 22 अक्तूबर को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों ने आयुष्मान कार्ड होने की बात कही जिसके बाद डॉक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया। 26 अक्तूबर को डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान कूल्हे के हिस्से निकाल दिए गए और नए हिस्से लगाने के नाम पर 45 हजार रुपये मांगे गए। परिजनों ने कुछ पैसे और आयुष्मान कार्ड जमा करा दिया लेकिन डॉक्टर ने पीड़ित आयुष्मान कार्ड धारक का इलाज बीच में छोड़ दिया। कूल्हे के निकाले गए हिस्से लगाए बिना ही आगे का इलाज करने मना कर दिया। Ayushman Card
डॉक्टर ने कार्ड से पीड़ित का इलाज करने से साफ इनकार कर दिया। पीड़ित का पूरा इलाज नहीं किया गया और उसे जबरन हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। मामले की जानकारी होने पर नई दृष्टि, नए युग प्रधान संगठन के अध्यक्ष संजय वालिया अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर से बात की। उनका आरोप है कि पैसे जमा कराने के बाद भी डॉक्टर ने इलाज नहीं किया। हालत गंभीर होने पर सोमपाल के परिजन उसे आनन-फानन में राजकीय मेडिकल कॉलेज ले गए। Ayushman Card
वहां से उसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। कुछ घंटे तक उसे भर्ती रखा, जब उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो परिजनों को अन्यत्र जांच कराने को कहा गया। रविवार रात को परिजन उसे बराड़ा अस्पताल लेकर आए। सोमवार सुबह मरीज की हालत देखकर डॉक्टरों ने उसे घर ले जाने को कहा। इसके बाद परिजन सोमपाल को घर ले गए। जहां दोपहर करीब 12 बजे उसने अंतिम सांस ली। नई दृष्टि, नए युग प्रधान संगठन ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पूरा मामला मुख्य चिकित्सा अधिकारी के संज्ञान में है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ परवीन कुमार का कहना है कि मामला जानकारी में आया है। मामले की जाँच कराई जाएगी। जाँच उपरान्त ही दोषी पाए जाने पर कोई कार्यवाई की जा सकती है। Ayushman Card
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