सहारनपुर : मौसा ने अपनी नाबालिग भांजी के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसको तेजाब पिला दिया। इतना ही नहीं जब पत्नी ने इसका विरोध किया तो उसे भी तीन तलाक तलाक बोलकर तलाक दे दिया। मासूम भांजी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर उसकी पत्नी और पीड़ित परिवार की महिलाओं ने मीडिया के सामने अपना दर्द बयां किया।
आपको बता दें कि यह घटना ढाई माह पहले की है। थाना देवबंद इलाके के गांव भायला एक मोहल्ले की है। जहां एक व्यक्ति ने रिश्तों को कलंकित करते हुए अपनी पत्नी की नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 वर्षीय भांजी को किसी बहाने से अपने घर ले गया और उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। इतना ही जान से मारने की नियत से तेज़ाब पिला दिया। जिसके बाद से छात्रा की आंते बाहर निकल आई। मासूम बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बच्ची को गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसको हायर सेंटर रेफर कर दिया था। परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी मौसा के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की। Saharanpur
जिसके चलते शुक्रवार को पीड़ित परिवार की महिलाओं ने एसएसपी से मिलकर मामले से अवगत कराया है। पीड़ित परिवार ने बताया कि 9 अगस्त को लड़की को उसका मौसा यह कहकर अपने घर ले गया कि उसकी पत्नी की तबीयत खराब है। जहां उसने बच्ची के साथ हैवानियत की साड़ी हदें पार की। आरोपी ने मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना अंजाम दिया है।
परिजनों का आरोप है कि उसे जान से मारने की नीयत से तेजाब पिला दिया गया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। उसे स्थानीय चिकित्सक के पास ले जाया गया। लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया। मासूम भतीजी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। तेज़ाब पिलाए जाने के कारण पेट की आंतें भी बाहर आ गई हैं। डॉक्टरों ने पेट पर प्लास्टिक शीट जैसी कोई चीज लगाई है और पेट और गले में ट्यूब डाली गई है।
आरोपी की पत्नी ने बताया कि जब उसने इसका विरोध किया तो उसके पति ने उसे तलाक दे दिया। जब पुलिस ने उसकी बात नहीं सुनी तो वह कोर्ट चली गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहा है। पीड़िता ने अपने पति के खिलाफ कार्यवाई को लेकर सीएम योगी से भी अपील की है। Saharanpur